नागौर जिले की बात करें तो इस बार जिले में जनवरी से अब तक 169.3 एमएम औसत बारिश हुई है, जबकि अकेले मई माह में 118.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। नागौर जिले में मई माह सामान्यत: 18.9 एमएम बारिश होती है, लेकिन इस बार बार-बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से यह अंतर देखने को मिला है। बारिश के साथ आंधी, तूफान व ओलावृष्टि होने से इस बार गर्मी के तेवर भी अब तक काफी ठंडे रहे।
नागौर जिले में बारिश एक नजर तहसील – औसत बारिश – पिछले 5 साल में औसत – गत वर्ष मई तक – इस बार अब तक नागौर – 309.9 – 349.2 – 22 – 112
मूण्डवा – 309.9 – 449.6 – 37 – 117 खींवसर – 309.9 – 365.4 – 17 – 120 जायल – 325.4 – 438.5 – 44 – 83 डेह – 325.4 – – – – 131
मेड़ता – 418.6 – 726.4 – 49 – 173 रियांबड़ी – 418.6 – 645 – 96 – 121 डेगाना – 372 – 480 – 69 – 179 सांजू – 372 – – – – 162
डीडवाना – 309.9 – 576.2 – 45 – 186 मौलासर – 309.9 – – – – 197 लाडनूं – 331.4 – 455.8 – 53 – 200 परबतसर – 389.3 – 614.2 – 87 – 321
मकराना – 389.3 – 714.8 – 112 – 262 नावां – 460.8 – 658.2 – 70 – 164 कुचामन – 460.8 – 563 – 65 – 171 जिले का औसत – 363.3 – 541.3 – 47.9 – 169.3
किसानों ने शुरू की बुआई की तैयारी जिले में 25 व 26 मई को हुई तेज बारिश से खेतों में पानी भर गया। इसके बाद 29 मई को भी नागौर सहित आसपास की तहसीलों में बारिश हुई। मई में अच्छी बारिश होने के बाद अब किसान खरीफ की बुआई की तैयारी में जुट गए हैं। किसानों का कहना है कि जयेष्ठ माह में बोया जाने वाला बाजरा यदि पनप जाए तो अच्छी पैदावार होती है। अब तो जयेष्ठ बीत रहा है, ऐसे में बाजरा व मूंग की बुआई की जा सकती है। वहीं जिले में बोई गई कपास की फसल को भी इस बारिश से काफी फायदा होगा।