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Rajasthan Accident: जवान बेटे का शव देखकर बेसुध हो गई मां, 6 महीने पहले प्रसव के दौरान हुई थी बहू की मौत

Sanwaliya Seth Devotee Premchand Prajapat: 28 वर्षीय प्रेमचंद प्रजापत की मां अभी बहू की मौत के दुख से उभर भी नहीं पाई थी कि बेटे की मौत ने तोड़कर रख दिया है। मां रोते हुए बार-बार बेसुध हो रही थी।

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मृतक प्रेमचंद प्रजापत (फोटो: पत्रिका)

Ajmer Jaipur Highway Accident: अजमेर जिले के मांगलियावास क्षेत्र में बुधवार रात एनएच-58 पर लामाना पुलिया के पास भीषण हादसे में चौसला कस्बे के चार युवकों की मौके पर मौत हो गई। युवक सांवरिया सेठ के दर्शन को निकले थे। हादसे की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। गुरुवार को जब चार घरों से एक साथ अर्थियां उठीं, तो माताओं के करुण क्रंदन ने पूरे गांव की आंखें नम कर दीं।

छह माह पहले छूटा बहू का साथ और अब बेटे का

28 वर्षीय प्रेमचंद प्रजापत की मां अभी बहू की मौत के दुख से उभर भी नहीं पाई थी कि बेटे की मौत ने तोड़कर रख दिया है। मां रोते हुए बार-बार बेसुध हो रही थी। फरवरी माह में प्रेमचंद प्रजापत की पत्नी की प्रसव के समय मौत हो गई थी। उसके बाद वो अपने भाइयों के साथ मजदूरी करने बैंगलोर चला गया था। दो दिन पहले ही गांव आया था, और हादसे में दम तोड़ दिया।

दो बेटियों के सिर से उठा पिता साया

हादसे में 32 वर्षीय कमलेश यादव की मौत होने पर दो बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया। कमलेश रोजाना काम के लिए बस से जयपुर अपडाउन करता था। कमलेश परिवार में बड़ा बेटा था। उस पर परिवार की दोहरी जिम्मेदारी थी। घर के कमाऊ सदस्य की मौत से पीड़ित परिवार के सामने दो जून की रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।

सूरज ने भी छोड़ा साथ

34 वर्षीय सूरजमल ढाका की हादसे में मौत से दो बेटियों और एक साल बेटे के सिर से पिता का साया उठ गया। एक बरस के पुत्र को ये नहीं पता कि उसका पिता अब उस दुनिया में चला गया है जहां से कोई लौटकर नहीं आता। पत्नी के करुण क्रंदन से पूरे गांव का माहौल गमगीन है।

खेती बाड़ी का काम कर करता था गुजारा

27 वर्षीय बजरंग कुलहरी किसान परिवार से था। वह मेहनत-मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था। उसके एक बेटा है। जवान बेटे की मौत से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। बजरंग गांव में ट्रैक्टर से बुआई और खेती का काम करता था।