
विवाह की खुशियों को लग सकता है ग्रहण, मेहमान है कि मानते नहीं
नागौर. सावों की सीजन शुरू हो चुकी है। लोग खुशियों से लबरेज है। कहीं ढोल-ढमाकों की धुन पर नृत्य किया जा रहा है तो कहीं दावत उड़ाई जा रही है। चहुंओर गीत-संगीत व नृत्य का दौर चल रहा है, लेकिन सावचेती नहीं बरती तो खुशियों को ग्रहण भी लग सकता है। सावों की इस सीजन में कोरोना गाइड लाइन का खुले तौर पर उल्लंघन किया जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर भी एहतियातन उपाय किए के लिए निर्देश दे रखे हैं, लेकिन नियमों को दरकिनार किया जा रहा है। जागरूकता की कमी कहे या लापरवाही का आलम, लेकिन सच यही है कि लोग न तो मास्क पहनने का ध्यान रख रहे हैं और न सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सतर्क है। निर्धारित से ज्यादा संख्या में मेहमानों का आगमन भी मुश्किल बढ़ा सकता है।
लम्बे इंतजार के बाद आए मुहूत्र्त
माना जा रहा है कि करीब सात-आठ माह से लोग सावों का इंतजार कर रहे थे। कोरोना काल में पाबंदियों को देखते हुए कई लोगों ने नवम्बर-दिसम्बर में शादी समारोह की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना ने अब भी पीछा नहीं छोड़ा। इन मुहूत्र्त को छोडऩा भी मुश्किल है। लिहाजा समारोहों की धूम मची हुई है।
नहीं रख रहे कायदों का ध्यान
कोराना काल में शादी समारोह के लिए अनुमति लेने का प्रावधान करा रखा है। इस दौरान सारे नियम-कायदे बताए जा रहे हैं, जिनकी पालना अनिवार्य रूप से करनी है, लेकिन आयोजक इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे। कई जगह सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर मास्क तक नहीं पहने जा रहे। ऐसे में शादी समारोह में एक भी संक्रमित आ गया तो सभी को मुश्किल में डाल सकता है।
तब आंकड़ा सौ के पार हो जाता है
गांवों में जहां अधिकतर लोग संयुक्त परिवार में रहते हैं, वहां इस तरह की गाइड लाइन को लेकर धज्जियां उड़ रही है। एक ही परिवार में बीस से तीस लोग हो जाते हैं। फिर बुआ, नाना, भाई-बहनों के ससुराल पक्ष आदि से आने वाले सम्बंधियों को गिना जाए तो आंकड़ा सौ के करीब हो जाता है। ऐसे में या तो मेल-मुलाकात वाले लोगों को न्योता ही नहीं दे सकते और आमंत्रित करते हैं तो मेहमानों की संख्या सौ के पार हो जाती है।
यह है गाइड लाइन
- आमंत्रित मेहमानों की संख्या सौ से अधिक नहीं होनी चाहिए
- विवाह आयोजन में भाग लेने वाले व्यक्तियों को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा
- आयोजन स्थल पर नो मास्क नो एंट्री की सख्ती से पालना कररने के नियम
- समारोह में लोगों के बीच परस्पर सोशल डिस्टेंसिंग रखने का प्रावधान
- प्रवेश एवं निकास द्वार व कॉमन एरिया में थर्मल स्केनिंग के प्रबंध रखने होंगे
- हेण्डवॉश व सेनेटाइजर की व्यवस्था रखनी होगी, ताकि बार-बार हाथ साफ किए जा सके
- कुर्सियां, सामान्य सुविधाएं एवं मानव संपर्क में आने वाले बिन्दू बार-बार साफ व सेनेटाइज करने होंगे
Published on:
01 Dec 2020 09:16 pm
बड़ी खबरें
View Allनागौर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
