
नागौर. नागौर जिले के कुचेरा स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व डेगाना से पूर्व विधायक रिछपाल सिंह मिर्धा के मध्य हुए वार्तालाप के वायरल ऑडियो में चिकित्सक द्वारा कुचेरा को कचरा कहने के मामले पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए गहरा रोष व्यक्त किया है।
सांसद ने कहा कि नागौर के खींवसर क्षेत्र के सबसे बड़े कस्बे कुचेरा के सम्बन्ध में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित चिकित्सक द्वारा कुचेरा को कचरा कहना अत्यंत खेदजनक व निंदनीय है और चिकित्सक द्वारा अपने मौलिक कत्र्तव्य की आड़ में इस तरह एक कस्बे के सम्बन्ध में अपमानजनक शब्दों को संबोधित करने से पूरे कस्बे सहित क्षेत्र के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में जिन्हें पूरा देश कोरोना योद्धा की संज्ञा दे रहा है, उस चिकित्सकीय पेशे के रूप में कार्यरत डॉ. नानूराम कुलदीप का चिकित्सा जगत के लोगों को भी बहिष्कार करना चाहिए।
सांसद बेनीवाल ने कहा कि डॉक्टरों के प्रति लोगों की सोच सम्मानजनक होती है और जनता इन्हें भगवान का दर्जा देती है, लेकिन इस तरह चिकित्सक का कस्बे को लेकर आपत्तिजनक बयान देना अत्यंत निंदनीय है जो चिकित्सक की संकीर्ण मानसिकता व घमंड को दर्शाता है। एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि जो राजस्थान विधानसभा के लंबे समय तक सदस्य रहे और वर्तमान में जिनके पुत्र सत्ताधारी दल के डेगाना से विधायक हैं, उनके साथ ऐसा वार्तालाप खेदजनक है। सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजनीतिक रूप से पूर्व विधायक व उनका विचारों का विरोधाभास हो सकता है, लेकिन वे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि हैं, ऐसे में वाजिब बात पर एक चिकित्सा अधिकारी का उनके साथ ऐसा बर्ताव कतई बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा एक तरफ राजस्थान की सरकार संवेदनशीलता दिखाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा वर्तमान विधायक के पिता के साथ इस तरह की बदसलूकी कर दी जाती है जिस पर सत्ता पक्ष के प्रतिनिधियों का बयान तक नहीं भी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा को भी ट्वीट किया।
टिड्डी नियंत्रण के प्रभावी प्रयास बढ़ाने की जरूरत
सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को जिले में टिड्डी नियंत्रण का जिम्मा संभाल रहे भारत सरकार के कृषि किसान कल्याण एवं सहकारिता विभाग के अधीन फरीदाबाद स्थित वनस्पति संरक्षण संगरोध व संग्रह निदेशालय में वनस्पति रोग विज्ञान विभाग के उप निदेशक केएल गुर्जर से दूरभाष पर वार्ता करके जिले में टिड्डी नियंत्रण के लिए वाहनों की संख्या बढ़ाने व वाहनों का स्थाई ठहराव नागौर में करवाने के निर्देश दिए। साथ ही टिड्डी नियंत्रण को लेकर किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की। साथ ही दूरभाष पर जिले के कृषि अधिकारियों से भी जानकारी ली।
Published on:
11 May 2020 10:05 pm
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