
Sonu Tada Murder Case: नागौर जिले के भावंडा थाना क्षेत्र के बहुचर्चित सुनील उर्फ सोनू ताड़ा जघन्य हत्याकांड में नागौर के दो भाजपा नेताओं सहित 11 जनों के खिलाफ मृतक के परिजनों और गवाहों को धमकाकर बयान बदलवाने का मामला कोतवाली थाना में दर्ज किया गया है। मृतक सुनील के पिता शिवराम ने आरोपियों की धमकियों से परेशान होकर पुलिस महानिदेशक के समक्ष पेश होकर न्याय की गुहार लगाई थी। उसके बाद मंगलवार को नागौर कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया।
मामले में भाजपा नेता अर्जुनराम मेहरिया और भाई भागीरथ मेहरिया सहित 11 लोगों को आरोपी बनाया है। इन पर गवाहों को धमकाकर मुकदमा प्रभावित करने सहित आधा दर्जन से अधिक गंभीर धाराएं लगाई है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
पहले जयपुर बुलाकर धमकाया, फिर नागौर के होटल में
मृतक सुनील के पिता शिवराम ने पुलिस महानिदेशक, जयपुर को 10 जुलाई को परिवाद पेश कर बताया कि आरोपी उसे पुत्र सुनील के हत्याकांड में दर्ज मामले के सिलसिले में पिछले एक वर्ष से डरा-धमका रहे हैं। एफआईआर दर्ज कराने के बाद से ही उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गई थी। घटना वाले दिन उसके पुत्र का दोस्त रामलाल पुत्र परसाराम, उसके भाई राजूराम और जयपाल अपने ताऊ के लड़के के धर्म कांटे पर बैठे हुए थे। वहां उसके पुत्र के साथ यह जघन्य अपराध हुआ था।
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उन लोगों को भी लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। शिवराम ने बताया कि जनवरी 2023 की शुरुआत में सीताराम मेघवाल उससे मिलने आया और अपने साथ जयपुर चलने को कहा। सीताराम के बिजनेस पार्टनर महेंद्र व सुरेश का नाम एफआईआर में आरोपी के तौर पर दर्ज हैं। सीताराम ने एफआईआर पर हो रही जांच को लेकर चिंता जताई । उसने कहा कि इस सिलसिले में किसी अच्छे वकील से मिलवाने को उसे जयपुर चलना है।
इसके बाद मैं, रामलाल, सीताराम और उसका चालक ओमप्रकाश जयपुर गए। अगले दिन सुबह हमसे कोई वकील नहीं बल्कि भागीरथ मेहरिया मिलने आया, जोकि आरोपी शोभाराम के पिता रामनिवास की बुआ का लड़का है। उसने मुझे और रामलाल को पहले तो धमकाया और फिर कनपटी पर बंदूक रखकर कहा कि अभी की अभी एफआईआर की कहानी बंद कर दूंगा। चुपचाप जैसा मैं कहता हूं, वैसा करो और अगर यह बात किसी को बताई तो पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा। इसके बाद मैं और रामलाल अपनी जान बचा कर वापस लौट आए और आरोपियों के डर से यह बात किसी को नहीं बताई।
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बंदूक दिखाई और बोले- सोनू वाला हश्र कर देंगे
परिवादी शिवराम ने रिपोर्ट में बताया कि 4 जुलाई 2023 को सुबह सुरजाराम दौतड़ ने उसे फोन कर कोर्ट आने का टाइम पूछा। फिर कहा कि मैं भी उधर ही जा रहा हूं, तुम मेरे साथ ही चलो। अपनी गाड़ी में बिठा कर वह मुझे कोर्ट से थोड़ी ही दूर नागौर रेलवे स्टेशन चौराहे के एक रेस्ट हाउस के कमरे में ले गया। वहां पहले से ही सीताराम मेघवाल, हीराराम मेघवाल, शोभाराम उर्फ दुर्गाराम, रामनिवास बढ़ियासर अर्जुनराम मेहरिया, मोहनराम जाजड़ा, केसाराम साटिया मौजूद थे। थोड़ी देर में रामलाल, राजूराम और जयपाल भी वहां पहुंच गए। उनको केसाराम ने फोन करके बुलाया था।
वहां इन सब ने हमें डराया-धमकाया, बंदूक दिखाई और बयान बदलने को कहा। यह भी कहा कि हमारी बात नहीं मानी तो सोनू वाला हश्र तुम्हारा भी करेंगे। उन्होंने परिवार को भी जान से मारने की धमकी दी। इसके कारण उन्होंने जैसा कहा, हमने वैसा ही बयान दिया। इसके बाद भी इन लोगों ने उन्हें धमकाना जारी रखा। गत 5 जुलाई को रात 11 बजे सुरजाराम ने उसे एक सुनसान जगह पर बुलाया। उसके साथ 4 - 5 अन्य लोग थे। इनमें मुंदियाड़ निवासी सुखदेव राम भी था, जो आरोपी सोहनराम व कर्माराम का पिता है। वहां भी इन्होंने उसे डराया और उसे व परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
Published on:
12 Jul 2023 10:43 am
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