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Video : सरकारी मूंग में कर्मचारियों ने मिला दिए कंकर-पत्थर, व्यापारी ने कराया मुकदमा

आरएसडब्ल्यूसी के कर्मचारियों के खिलाफ षडय़ंत्र व धोखाधड़ी का मामला दर्ज, सरकारी मूंग के कट्टों में कंकर मिलाकर बेचने का आरोप

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Case of cheating filed against RSWC employees

Case of cheating filed against RSWC employees

नागौर. नागौर कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष व व्यापारी भोजराज सारस्वत ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर राजस्थान राज्य भण्डारण निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों खिलाफ षडय़ंत्रपूर्वक धोखाधड़ी कर आर्थिक नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार श्रीराम एग्रो प्रोडक्ट के मालिक भोजराज सारस्वत ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उनकी फर्म ने नेफेड से मूंग खरीदने के लिए राजस्थान राज्य भण्डारण निगम (आरएसडब्ल्यूसी), जो नेफेड का खरीदशुदा माल वेयर हाउस में रखता है, के जोधपुर स्थित बासनी टैक्सटाइल वेयर हाउस कार्यालय पर नमूने की जांच के लिए मेरा प्रतिनिधि गत 15 मार्च को गया था, तब आरएसडब्ल्यूसी के अधिकारी व कर्मचारियों ने उच्च गुणवतायुक्त माल दिखाया था। नेफेड से एमएसटीसी (ऑनलाइन नीलामी एजेंसी) के मार्फत मेरी फर्म ने 16 मार्च को ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया के तहत 100 टन मूंग 72 लाख, एक हजार रुपए में खरीद किया। जिसके जयपुर कार्यालय से डिलिवरी ऑर्डर प्राप्त होने के बाद 19 मार्च को आरएसडब्ल्यूसी बासनी टैक्सटाइल वेयर हाउस से 100 टन मूंग जो 50 किलो वाले कट्टों में भरे थे, लेते समय फर्म के प्रतिनिधि ओमप्रकाश जोशी को आरएसडब्ल्यूसी के मैनेजर मदनलाल तेली, सुरेश पुरोहित व अन्य ने माल की जांच नहीं करने दी। उन्होंने कहा कि हम आपका माल लॉडिंग करवाकर भिजवा देंगे, आपको गोदाम में जाने की आवश्यकता नहीं है।
व्यापारी ने बताया कि उक्त माल दो ट्रकों में भरकर 20 मार्च को नागौर लाया गया, यहां मील में आने पर उनके कर्मचारियों द्वारा मूंग की जांच की तो पाया कि नेफेड के अधिकारी व कर्मचारियों ने आरएसडब्ल्यूसी के अधिकारी व कर्मचारियों तथा एमएसटीसी के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ पडय़ंत्र करके उनकी फर्म के साथ बेइमानी करने की नीयत से धोखाधड़ी करते हुए प्रत्येक कट्टे में 10 से 15 किलो तक कंकर-पत्थर डालकर दागी माल भिजवा दिया। जबकि आरएसडब्ल्यूसी ने उनके प्रतिनिधि को अपने कार्यालय में उच्च क्वालिटी का माल दिखाया था, जिसके कारण मेरी फर्म ने उक्त माल खरीदा था। लेकिन इन तीनों ने मेरे साथ बेईमानी से धोखाधड़ी करके खराब माल भेजकर मेरी फर्म को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।