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ग्रामीणों में जगी पर्यावरण चेतना, भैरू बाबा तालाब का किया कायापलट

खजवाना(नागौर). राजस्थान पत्रिका के अमृतम् जलम् अभियान व राजस्थान सरकार के वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सोमवार को लगातार चौथे दिन भटनोखा के ग्रामीणों ने भैरू बाबा तालाब के सौन्दर्यकरण में श्रमदान किया।

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खजवाना. क्षेत्र के भटनोखा में स्वच्छ तालाब के पास खङी महिलाएं। 

- भटनोखा में लगातार चौथे दिन सेवा संकल्प में जुटे ग्रामीण

- पत्रिका अमृतम जलम् अभियान व वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत श्रमदान

- पारम्परिक जलस्त्रोत का संरक्षण का उठाया बीडा, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक जुटे सेवा में

खजवाना(नागौर). राजस्थान पत्रिका के अमृतम् जलम् अभियान व राजस्थान सरकार के वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सोमवार को लगातार चौथे दिन भटनोखा के ग्रामीणों ने भैरू बाबा तालाब के सौन्दर्यकरण में श्रमदान किया। चार दिन पूर्व शुरू हुए अभियान के तहत दर्जनों पुरुष व महिलाएं सेवा संकल्प कार्य में जुटे हुए हैं। कार्यक्रम में सभी ने संकल्प लिया कि वे गांव के हर जल स्रोत को बचाएंगे, तालाबों को गंदगी से मुक्त रखेंगे और हर वर्ष अधिक से अधिक पौधरोपण करेंगे, जिससे गांव हरा-भरा और जल संपन्न बन सके।

यूं चला अभियान

गुरुवार को शुरू हुए अभियान में तालाब परिसर की सफाई की गई। जलाशय की पूजा कर जल संरक्षण की शपथ ली। शुक्रवार को ‘जल है तो कल है’ व ‘पर्यावरण बचेगा तो जीवन बचेगा’ नारे के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में पर्यावरण जागरूकता का पाठ पढाया गया। शनिवार को पक्षियों के लिए परिण्डे लगाकर उनकी देखरेख का जिम्मा लिया । रविवार को बच्चों, महिलाओं व बुजुर्ग ग्रामीणों की सहभागिता के साथ पौधरोपण किया गया। इस दौरान प्रकृति को बचाने का संकल्प लिया गया। महिलाओं ने कलश यात्रा निकालकर मंगल गीत गाए।

पारम्परिक जलस्त्रोतों को बचाना होगा

सरपंच पप्पुराम फिङौदा, वीडीओ अमीन मोहम्मद, उपसरपंच लूण सिंह के निर्देशन में पर्यावरण प्रेमियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता जगाने का संकल्प लिया गया। पर्यावरण प्रेमीओंकार सिंह राजपुरोहित ने कहा कि यदि पारम्परिक जल स्रोतों की रक्षा नहीं की तो आने वाली पीढ़ियों के लिए गंभीर संकट खड़ा हो सकता है। पत्रिका का अमृतम् जलम् अभियान इस दिशा में बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।