पांच साल बाद भी आरओबी का काम 35 प्रतिशत अधूरा- ठेकेदार की मनमानी से पूरा नागौर शहर परेशान- विभागीय अधिकारियों ने भी डाले हथियार
नागौर. जिला मुख्यालय के बीकानेर रोड स्थित रेलवे फाटक (सी-61) पर आरओबी निर्माण करने के बजाए पिछले पांच साल से जनता का रास्ता अवरुद्ध करके बैठे ठेकेदार के खिलाफ अधिवक्ता गोविन्द कड़वा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी है।
हालांकि पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की हिम्मत नहीं दिखाई है, लेकिन अधिवक्ता कड़वा का कहना है कि सरकार के राष्ट्रीय राजमार्म प्रशासन ने वर्ष 2017 में फरीदाबाद की गुरु नानक इंजीनियरिंग फर्म को नागौर शहर के फाटक संख्या सी-61 पर आरओबी बनाने का ठेका दिया, जिसका काम ठेकेदार कंवरजीतसिंह को दिसम्बर 2018 तक पूरा करना था। ठेकेदार ने 15 महीने की बजाए 60 महीने निकाल दिए, लेकिन आज भी आरओबी का 35 प्रतिशत काम अधूरा पड़ा है। पिछले 1800 दिनों में नागौर के साथ बाहर से आने वाले लोगों को भी अधूरे काम की वजह से परेशानी झेलनी पड़ी, जिसका हिसाब लगाना संभव नहीं है। ऐसे में ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि उसे जनता की परेशानी का अहसास हो सके।
कब तक करें अनदेखी
अधिवक्ता कड़वा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि ठेकेदार की ओर से कार्य नहीं करने पर शहरवासियों ने हाईकोर्ट की शरण ली, लेकिन वहां भी ठेकेदार हर बार झूठे शपथ पत्र देकर बचता रहा, लेकिन यहां जनता परेशानी से जूझ रही है। ठेकेदार के कर्मचारियों ने काम करने की बजाए सडक़ पर निर्माण सामग्री, लोहे के एंगल, पाइप, जनरेटर, ट्रैक्टर-ट्रॉली, जेसीबी वगैरा रखकर आम जनता के आवागमन को अवरूद्ध करते हुए सडक़ पर बेतरतीब ढंग से डाल रखे हैं, जिससे दुपहिया व चार पहिया वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है, जबकि यह रोड नागौर शहर की मुख्य रोड है। फाटक के बाहर कृषि मण्डी व अनेक सरकारी कार्यालय, सरकारी अस्पताल, कई आवासीय कॉलोनियां बसी हुई हैं, जहां आम जनता का रात-दिन आना-जाना रहता है। फर्म के ठेकेदार, कर्मचारियों की लापरवाही से आम जनता की जान जोखिम में रहती है। ऐसे में इसकी अनदेखी कब तक करें।
न्यूसेंस पैदा कर रखा है, मुकदमा होना चाहिए
सरकार ने जनता को राहत देने के लिए रेलवे फाटक संख्या सी-61 पर आरओबी बनाने का ठेका दिया, लेकिन ठेकेदार व उसके कर्मचारी लगातार इस कार्य में कोई रुचि नहीं लेकर पांच साल से अधिक समय आम जनता के लिए भारी परेशानी उत्पन्न कर रहे हैं। यह आरओबी बनाने वाली फर्म के ठेकेदार कंवरजीतसिंह व उनके अधिकृत कर्मचारियों की ओर से न्यूसेंस पैदा किया जा रहा है, जिसके लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।
- गोविन्द कड़वा, अधिवक्ता, नागौर
बैठक में रखेंगे यह मुद्दा
ठेकेदार से काम कराने के लिए हमने हर संभव प्रयास किए हैं, लेकिन वह काम नहीं कर रहा है। जुलाई में हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान ठेकेदार ने अक्टूबर 2022 तक का समय मांगा था, लेकिन पिछले दो महीने में काम नहीं किया। 29 सितम्बर को जयपुर में हमारी बैठक है, उसमें मैं यह मुद्दा रखूंगा और ठेका निरस्त कराने की कोशिश करेंगे।
- राहुल पंवार, एक्सईएन, एनएच, नागौर