विधायक मोहनराम चौधरी ने कहा - मेरा उद्देश्य किसी की भावना का ठेस पहुंचाना नहीं था, मांगी माफी
नागौर. नागौर विधायक मोहनराम चौधरी की ओर से बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पहलवान बेटियों के खिलाफ व कुश्ती संघ अध्यक्ष के समर्थन में दिए गए बयान से जाट समाज में रोष है। विधायक के बयान के विरोध में गुरुवार शाम को बलदेवराम मिर्धा धर्मशाला में जाट समाज समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लिया गया। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि 28 मई तक विधायक ने माफी मांगे अन्यथा इसी दिन उनके खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
उधर, गुरुवार को दिन भर सोशल मीडिया पर विधायक के बयान का विरोध होने तथा शाम को समाज की बैठक में निंदा प्रस्ताव लेने के बाद विधायक ने अपने शब्द वापस लेते हुए माफी मांग ली
समिति के अध्यक्ष डॉ. शंकरलाल जाखड़ ने बताया कि बैठक में उपस्थित समाज के प्रमुख लोगों ने विधायक के बयान पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के बलबूते पर विधायक बने हैं और आज जब समाज को उनकी आवश्यकता है तो विरोध में बयान दे रहे हैं। शिक्षक मेहराम नगवाडिय़ा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों को तबाह करने पर तुली हुई है। शिक्षक नेता अर्जुन लोमरोड़ ने केन्द्र सरकार के रवैये की आलोचना की। बैठक में डॉ. रणवीर चौधरी, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश इनाणियां, पूर्व लेखाधिकारी, प्रेमाराम चौधरी, पूर्व पार्षद हरिराम जाखड़, राकेश जांदू, पुष्पेन्द्र गोरछिया, नारायणराम ढाका, मेहराम धौलिया, मोडाराम भादू, शिवनारायण इनाणियां आदि ने बैठक को संबोधित किया। बैठक में समाज के प्रमुख लोग शामिल हुए।
यदि किसी की भावना को ठेस पहुंची तो माफी चाहता हूं
मेरा उद्देश्य पहलवान बहनों का अपमान करने या किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था। धरने पर कुछ दूसरे लोगों की ओर से प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने वालों के लिए मैंने कहा था। फिर भी मेरे शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं मेरे शब्द वापस लेता हूं और सॉरी फील करता हूं।
- मोहनराम चौधरी, विधायक, नागौर