नागौर

अब पढ़ाई नहीं होगी बाधित, टीचर नहीं होने पर वीडियो से होगी पढ़ाई

- शिक्षकों की किल्लत या गैरहाजिरी में बच्चों को पढ़ाएगी वीडियो क्लास -नवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं के सभी विषयों के कोर्स की हार्ड पहुंची 773 स्कूलों में -सरकारी स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई सुधारने की पहल -अब स्कूल में कोई पीरियड नहीं रहेगा खाली ना ही बच्चे मचा सकेंगे उधम

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Nov 04, 2023
शिक्षकों की किल्लत या फिर उनकी गैर हाजिरी में अब सरकारी स्कूल के बच्चे ना खाली बैठ पाएंगे ना ही उधम मचाएंगे। विषय कोई भी हो, बच्चों को वीडियो के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी।

नागौर. शिक्षकों की किल्लत या फिर उनकी गैर हाजिरी में अब सरकारी स्कूल के बच्चे ना खाली बैठ पाएंगे ना ही उधम मचाएंगे। विषय कोई भी हो, बच्चों को वीडियो के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। कक्षा नवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए स्कूलों में यह व्यवस्था की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार स्मार्ट मिशन के तहत नागौर (डीडवाना-कुचामन) जिले के 773 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से हार्ड ड्राइव भिजवाए जा रहे हैं। इस हार्ड ड्राइव में कक्षा नवीं से बारहवीं कक्षा के तमाम विषय के अध्यापन संबंधी वीडियो होंगे। ये स्कूल की स्मार्ट क्लास अथवा कम्प्यूटर लैब में लगे स्मार्ट टीवी के जरिए बच्चों का अध्ययन कराएंगे। सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को होशियार बनाने की इस कवायद का परिणाम भी इस सत्र की परीक्षा के रिजल्ट में सामने आ जाएगा।

असल में शिक्षकों के पद रिक्त होने तथा किसी के लंबे अवकाश पर जाने की वजह से पढ़ाई का कोर्स समय पर पूरा नहीं हो पता। कई बार शिक्षकों के खाली पद के चलते स्कूलों में समय-समय पर तालाबंदी जैसे हालात हो जाते हैं। इसके अलावा रिजल्ट खराब होता है सो अलग। इन मुश्किलों से निजात पाने के लिए शिक्षा विभाग ने मिशन स्टार्ट कार्यक्रम शुरू किया था , ताकि नवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद मिले। करीब तीन महीने पहले सितंबर में मिशन स्टार्ट की शुरुआत हुई थी। इसके तहत आईसीटी (कम्प्यूटर) लेब, कंप्यूटर एवं विभिन्न डिजिटल संसाधनों के माध्यम से दक्ष शिक्षकों की ओर से ई-कंटेंट उपलब्ध कराए गए हैं।

हर शुक्रवार को बनेगा टाइम टेबल

सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए हर शुक्रवार को टाइम टेबल बनेगा। इसमें विषय के आधार पर ऐसी क्लास लगाना पहले ही तय हो जाएगा। टाइम टेबल नोटिस बोर्ड पर चस्पा होगा, जिसमें किन विषयों की डिजिटल संसाधन के माध्यम से पढ़ाई होगी, यह बताया जाएगा। इसके लिए सभी स्कूलों में इंटरनेट कनेक्शन की जिम्मेदारी संस्था प्रधान की तय की है।

इनका कहना

शिक्षकों की कमी व अनुपस्थिति के कारण पढ़ाई बाधित नहीं होगी। मिशन स्टार्ट कार्यक्रम के तहत डिजिटल शिक्षा के जरिए कोई कक्षा बिना पढ़ाई के खाली नहीं रहेगी। जो स्कूल शेष रहे हैं, वहां एलईडी भामाशाह अथवा विकास शुल्क के जरिए लगवाने को कहा है। जल्द ही बाकी में इंतजाम भी करा दिया जाएगा।

-नरेंद्र गोरा, कार्यक्रम अधिकारी, समग्र शिक्षा नागौर

Published on:
04 Nov 2023 09:47 pm
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