Nagaur. सर्वाधिक छीजत वाले क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर
वित्तीय सत्र के समाप्त होने के फिर करेंगे सर्वें
-साधारण मीटर वाले उपभोक्ताओं की बनेगी सूची
- डिस्कॉम फिर से शुरू करेगा स्मार्ट मीटर लगाने का काम
- जिले में अभी तक महज बीस से पचीस प्रतिशत तक ही विभाग की ओर से लगाए जा सके स्मार्ट मीटर
नागौर. डिस्कॉम की ओर से चल रहे वित्तीय सत्र की वसूली अभियान के बाद फिर से सर्वे किए जाएंगे। यह सर्वे विशेषकर साधारण मीटर वाले क्षेत्रों में किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य अभी तक पूरी तरह से नहीं हो सका है। माना जा रहा है कि अभी 80 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्रों में मीटर नहीं लग सके हैं। इस कार्य को विभाग की ओर से जल्द ही शुरू करने की योजना है। अभी तक स्मार्ट मीटर की आपूर्ति नहीं हुई है। इसकी आपूर्ति होते ही यानि की स्मार्ट मीटर आते ही इसे लगाने का काम प्राथमिकता के आधार पर जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इस बार इसे हालांकि प्रत्येक के यहां लगाए जाने का काम किया जाएगा, लेकिन सर्वाधिक छीजत वाले क्षेत्रों में इसको प्राथमिकता के आधार पर लगाने का काम विभाग करेगा।
जिले में तकरीबन दो साल पहले स्मार्ट मीटर लगाए जाने का शुरू किया गया था। इसको डीडवाना, कुचामन, नावांसिटी, मकराना, परबतसर एवं नागौर में ही लगाया गया था। इन जगहो ंपर कुल मिलाकर 38 हजार एक मीटर लगाए जा सके थे। बताते हैं कि इस दौरान आमजन की ओर से इसकी बिलिंग आदि में गड़बड़ी को लेकर जबरदस्त विरोध किया गया। कई जगहों पर हो रहे विरोध के कारण इसको लगाने का कार्य असमय वर्ष 2021 के अप्रैल माह में ही रोकना पड़ा था। इस संबंध में डिस्कॉम के अधिकारियों के अनुसार उनके पास कुल इतने ही मीटर लगाने के लिए भेजे गए थे। इसके लगने के बाद इसका स्टॉक दोबारा नहीं भेजा गया। इसकी वजह से यह सभी जगहों पर नहीं लग पाए थे।
कहां, कितने स्मार्ट मीटर लगे
डीडवाना 10057
मकराना 2214
नावां सिटी 4470
नागौर 9521
परबतसर 3652
कुचामनसिटी 8087
इन जगहों पर भी नहीं लग पाए स्मार्ट मीटर
जिले के जायल, रियाबड़ी, डेगाना, मेड़ता आदि क्षेत्रों में एक भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा सके थे। अधिकारियों का कहना है कि इसके अलावा डीडवाना, मकराना, कुचामन, नागौर एवं कुचामनसिटी के साथ परबतसर के अभी भी 80 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्रों में पुराने मीटर ही संचालित हैं। जबकि निगम की ओर से आरडीएसएस योजना के तहत इनका लगाया जाना अनिवार्य है। मीटर लगाए जाने का काम फिर से शुरू किया जाएगा। संभवत: तीन से चार माह के अंदर डिस्कॉम की ओर से इस बार सभी जगहों पर योजना के तहत मीटर लगाने के काम किए जाएंगे।