अपनी अलग लाइनें
बिजली चोरों ने ट्रांसफार्मर से सीधे कनेक्शन ले रखें हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी अलग से लाइनें खींच रखी है, लेकिन डिस्कॉम अधिकारियों को अवैध रूप से खींचे गए तारों का मक्कडजाल नजर नहीं आता। जबकि यहां से गुजरने वाले हर राहगीर का ध्यान यहां चला जाता है।
एक साथ तीन-तीन ट्रांसफार्मर
कई गांवों में पांच, दस, सोलह केवीए के छोटे ट्रांसफार्मर (ढोलकी) भी जल जाने पर आसानी से उपलब्ध नहीं करवाई जाती, वहीं झूझण्डा गांव में तीन-तीन ट्रांसफार्मर एक ही स्थान पर कम ऊंचाई पर रखे गए हैं। यहां से लोग आसानी से बिजली चोरी कर लेते हैं, जबकि कनेक्शनों के मुताबिक 60 केवीए का एक ट्रांसफार्मर ही पर्याप्त है। डिस्कॉम की मेहरबानी से लगे इन ट्रांसफार्मरों के कारण बिजली चोरों को कभी परेशानी नहीं होती।
हो सकता है बड़ा हादसा
झूझंडा में नवम्बर माह में करंट से तीन लोगों की मौत ने सभी को झकझोर दिया था। इस घटना में डिस्कॉम की लाइन का तार जमीन पर गिरा था। अब ग्रामीण खुद जान जोखिम में डालकर चंद रुपयों के लालच में बड़ा खतरा मोल ले रहे हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
इनका कहना है
गांव में छप्पन कनेक्शन हैं। इनमें से अधिकांश का बिल नहीं भरा जाता। बीपीएल परिवारों को कनेक्शन देने से इतने कनेक्शन हुए हैं। बिजली चोरी को रोकने के लिए कार्रवाई करेंगे।
भंवर चौधरी, सहायक अभियंता, मूण्डवा