-अदालत की बार-बार फटकार के बाद भी नहीं जागी पुलिस-तिहाड़ जेल में बंद दीपक उर्फ दीप्ति समेत तीनों को सुनाए जाने हैं आरोप -पुलिस दे रही है सुरक्षा का हवाला - एक दर्जन सुनवाई में एक बार भी पुलिस ने नहीं की इसकी कोशिश
नागौर. करीब डेढ़ साल पहले नागौर अदालत के बाहर हुई सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के आरोपी फिर तिहाड़ जेल से सुनवाई के लिए यहां नहीं पहुंचे। हत्याकाण्ड का मास्टर माइण्ड अनिल उर्फ छोटिया अब तक फरार है। और तो और फरीदाबाद जेल में बंद एक अन्य आरोपी केशव उर्फ गोली को अब तक प्रोडक्शन वारंट पर नागौर नहीं लाया गया।
सूत्रों के अनुसार दीपक उर्फ दीप्ति, अक्षय उर्फ सचिन और अनूप ढावा इन दिनों तिहाड़ जेल में बंद हैं। इन आरोपियों की अदालत में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को बार-बार आदेश जारी हो रहे हैं। यही नहीं जेल तक इसकी सूचना दी जा रही है। बावजूद इसके उन्हें यहां पेश ही नहीं किया जाता है। इन तीनों को आरोप सुनाए जाने हैं। अब तक करीब एक दर्जन बार उन्हें पेश होना था, लेकिन हुए नहीं। पुलिस इनको पेश नहीं करने के अलग-अलग कारण बताती रही। करीब दस महीने से इनको चार्ज सुनाए जाने का काम अटका पड़ा है।
सूत्र बताते हैं कि इन तीनों की सोमवार को अदालत में पेशी थी। इस बार उम्मीद थी कि आरोपी आएंगे और चार्ज सुनाने का काम भी पूरा हो जाएगा। पुलिस की ओर से हलचल नहीं दिखी ना ही सुरक्षा का कोई बंदोबस्त, जल्द ही पता लग गया कि आरोपी आने वाले नहीं हैं। आगे की तारीख दे दी गई। पुलिस की ओर से फिर सुरक्षा का हवाला बता दिया गया। संदीप शेट्टी की हत्या के आरोपियों पर हमले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस संबंध में इनको शूट करने की फिराक में दो शूटर पहले ही गिरफ्तार हुए थे।
बाकी सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से
सूत्र बताते हैं कि दीपक उर्फ दीप्ति, अक्षय उर्फ सचिन और अनूप ढावा को गिरफ्तारी के चंद दिनों बाद ही तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। उनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस पहले से ही मुश्किल में थी, गैंगवार की आशंका ने इसे और बढ़ा दिया। नागौर जेल की ओर से तिहाड़ जेल तक यह पत्र भेजा गया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई कराएं, पेश करना जरूरी होगा तो उन्हें बता दिया जाएगा। अब चार्ज सुनाए जाने के लिए आरोपियों का अदालत में पेश होना आवश्यक है। इनके अलावा शेष अन्य आरोपियों को चार्ज सुना दिए गए हैं।
सवा साल बाद ये हाल
संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के मामले में अधिकांश आरोपी दिसम्बर-2022 तक पकड़े जा चुके थे। सवा साल में इन तीनों आरोपियों को चार्ज सुनाए जाने के लिए एक दर्जन बार पेश करने के अदालत ने आदेश दिए। इसके बावजूद अब तक इन्हें पेश नहीं कर पुलिस सुरक्षा का ही बहाना बनाती रही।
इनका कहना
हत्या के शेष आरोपियों को चार्ज सुना दिए हैं, ये तीन ही बाकी हैं। पुलिस गैंगवार की आशंका के चलते सुरक्षा का कारण बता रही है। अदालत इनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए भी कह चुकी है।
-कुलदीप सिंह राठौड़, एडवोकेट नागौर