भौगोलिक दृष्टि से इतना पैचीदगीभरा था
क्षेत्रफल की दृष्टि से 17 हजार 718 वर्ग किलोमीटर भू-भाग में फैला नागौर जन संख्या की दृष्टि से प्रदेश का चौथा बड़ा जिला है। लेकिन भौगोलिक दृष्टि से इतना पैचीदगीभरा है कि प्रशासन तो क्या निजी संस्थानों के कामकाज के लिहाज से भी मुश्किलों से घिरा था। दूरी अधिक होने से कई काम दो दिन में करने पड़ रहे थे।
क्षेत्रफल की दृष्टि से 17 हजार 718 वर्ग किलोमीटर भू-भाग में फैला नागौर जन संख्या की दृष्टि से प्रदेश का चौथा बड़ा जिला है। लेकिन भौगोलिक दृष्टि से इतना पैचीदगीभरा है कि प्रशासन तो क्या निजी संस्थानों के कामकाज के लिहाज से भी मुश्किलों से घिरा था। दूरी अधिक होने से कई काम दो दिन में करने पड़ रहे थे।
नए जिले में इन्हें कर सकते हैं शामिल
नावां, मकराना, परबतसर, कुचामनसिटी, डीडवाना, लाडनूं को शामिल किया जाना प्रस्तावित था। कुचामन-डीडवाना थे दावेदार, सरकार ने निकाला रास्ता
Rajasthan New district नागौर से अलग होकर डीडवाना और कुचामन दोनों ही जिला बनने के बड़े दावेदार थे। हालांकि मेडतासिटी को भी जिला बनाने की बीते कुछ समय से मांग उठ रही थी। डीडवाना और कुचामनसिटी के जनप्रतिनिधियों की दावेदारी को देखते हुए सरकार ने दोनों ही जगहों के लोगों को नाराज किए बगैर डीडवाना-कुचामन के नाम से नया जिला बनाने की घोषणा कर दी।
नावां, मकराना, परबतसर, कुचामनसिटी, डीडवाना, लाडनूं को शामिल किया जाना प्रस्तावित था। कुचामन-डीडवाना थे दावेदार, सरकार ने निकाला रास्ता
Rajasthan New district नागौर से अलग होकर डीडवाना और कुचामन दोनों ही जिला बनने के बड़े दावेदार थे। हालांकि मेडतासिटी को भी जिला बनाने की बीते कुछ समय से मांग उठ रही थी। डीडवाना और कुचामनसिटी के जनप्रतिनिधियों की दावेदारी को देखते हुए सरकार ने दोनों ही जगहों के लोगों को नाराज किए बगैर डीडवाना-कुचामन के नाम से नया जिला बनाने की घोषणा कर दी।
आतिशबाजी कर मनाई खुशी
जिला बनाने की घोषणा के साथ ही लोगों में खुशी छा गई। कुछ जगहों पर लोगों ने आतिशबाजी की। ढोल की थाप लोक थिरक उठे। एक -दूसरे का मुंह मीठा कराया गया।
जिला बनाने की घोषणा के साथ ही लोगों में खुशी छा गई। कुछ जगहों पर लोगों ने आतिशबाजी की। ढोल की थाप लोक थिरक उठे। एक -दूसरे का मुंह मीठा कराया गया।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
नागौर के पुनर्गठन की मांग राजस्थान पत्रिका ने उठाई थी। पत्रिका ने बताया था कि नागौर से अलग होकर क्यों एक और जिला बने। इसे बाद में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने विधानसभा तक पहुंचाया। पत्रिका ने लोगों की राय ली जिसमें 90.8 फीसदी लोगों ने माना था कि नागौर का पुनर्गठन कर नया जिला बनाया जाना चाहिए।
नागौर के पुनर्गठन की मांग राजस्थान पत्रिका ने उठाई थी। पत्रिका ने बताया था कि नागौर से अलग होकर क्यों एक और जिला बने। इसे बाद में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने विधानसभा तक पहुंचाया। पत्रिका ने लोगों की राय ली जिसमें 90.8 फीसदी लोगों ने माना था कि नागौर का पुनर्गठन कर नया जिला बनाया जाना चाहिए।