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video—आंदोलन के समर्थन में उमड़े शहरवासी, प्रतिष्ठान रखे बंद

नावां: ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार की मांग को लेकर उमड़े लोग - आमरण अनशन तथा धरना प्रदर्शन शुरू - रेलवे अधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल को लौटाया एसडीएम व तहसीलदार के साथ रेलवे अधिकारी सहायक मण्डल ने सुनी समस्याएं

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आंदोलन के समर्थन में उमड़े शहरवासी, प्रतिष्ठान रखे बंद

नावंा में ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार की मांग को लेकर आक्रोश रैली के दौरान उमड़ी भीड़।

नावां शहर . नागौर जिले के नावां शहर के रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव व सुविधाओं में विस्तार की मांग को लेकर रविवार को शहर की जनता सड़क पर उतर आई। आक्रोशित लोगों ने महाआन्दोलन की शुरूआत की। शहर में बाग के गणेश मंदिर से सुबह दस बजे लोग एकत्रित होने लगे। उसके बाद लोगों ने रैली निकाली । रैली के दौरान लोग ट्रेन नहीं तो वोट नहीं, हमारी मांगे पूरी करो.. सहित कई नारे लगाए।
रैली गणेश मंदिर से रवाना होकर पिपली बाजार, सुभाष चौक,मुख्य बाजार, झंडा चौक, हॉस्पिटल रोड़, पुराना बस स्टैंड देते हुए तहसील रोड़ से बालिका स्कूल चौराहे से होकर रेलवे स्टेशन के सामने धरना स्थल पर पहुचीं। वहां आन्दोलन समिति के मुख्य सदस्य मनोज गंगवाल ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नावां की जनता के लिए 14 वर्षों से रेलवे की समस्याओं को लेकर संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन न तो सरकारें इस और ध्यान दे रहीं है न ही रेलवे के अधिकारी। बुजुर्गों के आशीर्वाद से सर्वसमाज का समर्थन मिला तो क्षेत्र की आवाज बुलंद करने का मौका मिला है। सर्वसमाज व सगठनों ने ४५ दिवस तक लगातार ४५ ज्ञापन देकर रेलवे के अधिकारीयों को रेल मंत्री के नाम ज्ञापन देते मांग करते रहे, लेकिन विभाग के जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने ने जनता के समर्थन पर आभार जताया तथा आमरण अनशन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती है तक तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

समाज सेविका अल्पना अग्रवाल ने गंगवाल का समर्थन करते हुए क्रमिक अनशन पर बैठने की बात कही। उन्होंने रेल विभाग को चेतावनी दी कि जबतक ट्रेन नहीं तब तक लोडिंग नहीं।
इस दौरान नावां एसडीएम अंशुल सिंह बेनीवाल, तहसीलदार सतीश राव ने रेलवे स्टेशन मास्टर के साथ अनशन पर बैठे लोगों से मुलाकात कर विभाग से जल्द मांगों पर कार्य करने को कहा तथा जनता के पक्ष में अधिकारियों का सकारात्मक रवैया रहा। इस दौरान नावां के पेंशनर समाज सहित काफी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं ।

साथ ही धरना स्थल पर हरिओम शर्मा, अवधेश पारीक, प्रकाश योगी, सुनील जैन, मूलसिंह राजावत, शकील खान, तरुण जैन, पवन जैन, सम्पत मेघवाल, नरेन्द्र देव टेलर, सुमीत सबनानी, कैलाश लढ़ा, कुसुम लढ़ा, बाबूलाल बरवड़, लुकमान शाह, पार्षद राजू सांखला, पंकज चौधरी, प्रवीण पाराशर, बद्री फुलवारियां, महावीर शर्मा, नवरंग अग्रवाल, आनन्दीलाल कुमावत,जगदीश छापोला, जितेन्द्र नरुका, प्रभुराम बुगालिया,मोहन नागा,महेन्द्र कुमावत, देवीलाल, राजेश कुमावत, मोतीाराम कुमावत, चेनाराम कुमावत, धर्मेन्द्र सिंह राठोैड़ बैठे।
क्रमिक अनशन के साथ आमरण अनशन शुरू
ट्रेनों व रेलवे स्टेशन विस्तार की मांग को लेकर रविवार को क्रमिक अनशन के साथ आमरण अनशन तथा धरना प्रदर्शन शुरू किया गया। समाज सेवक मनोज गंगवाल अनशन पर बैठे। साथ ही १४ लोग क्रमिक अनशन शामिल हुए। इनमें अशोक सैनी, कैलाश बागरनियां, अल्पना अग्रवाल, मैना फुलवारिया, सर्वेश्वर शर्मा, कपिल सांखला, देशबंधु मिश्रा, कैलाश मिश्रा,आमीन खान, मूलचंद टाक, गोपाल सोनी, हबीब खान, सदर यूनुस मनिहार, प्रेमचंद साँखला, मेघराज लखन आदि शामिल है।
प्रतिष्ठान रहें बंद

व्यापारियों ने आन्दोलन को समर्थन देते हुए सुबह से बाजार बंद रखे। पैदल रेलवे स्टेशन के सामने धरना स्थल पर पहुंचे। क्षेत्र की शिक्षण संस्थाओं ने भी आन्दोलन में भाग लिया। स्कूली बच्चों ने रैली निकाली। दिव्यांग ध्रुव लखन ने भी धरना स्थल पर आकर मांग का समर्थन किया है।

आश्वासन को नकारा,अधिकारियों को लौटाया

रेलवे के खिलाप धरने पर बैठे लोगों से रेलवे के सहायक मंडल अभियंता अमरचंद बैरवा, वाणिज्य निरीक्षक रतन सिंह गुर्जर, निर्माण निरीक्षक लालाराम, सीआई आरपीएफ़ मनोज शर्मा मिले। उन्होंने आन्दोलन से जुड़े लोगों को मांगों का प्रस्ताव है उच्च स्तर पर भेजने को कहा। इस पर धरने पर बैठै लोगों ने नाराजगी जताते हुए जब तक आदेश नहीं आते हैं और ट्रेनों का ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार नहीं होगा तब तक कोई बात नहीं होगी। उसके बाद में रेलवे का प्रतिनिधि मंडल वहां से लौट गया। इस दौरान दिनभर राजनितिक दलों का भी आवागमन लगा रहा। पीआरओ देवीलाल चौधरी, जीआरपी फुलेरा आरपीएफ़ मेड़ता सहित रेलवे प्रशासन के साथ में नावां व मारोठ पुलिस का जाब्ता भी मौजूद रहा।