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सांभर झील: 5 साल में 371 बोरवेल जब्त करने के साथ 1143 नष्ट, फिर भी हजारों आ रहें नजर

- कार्रवाई पर तमाचा.... - 827 बीघा में अतिक्रमण हटाने के बाद भी ढील, झील से 1 लाख मीटर केबल के साथ 20 ट्रॉली से ज्यादा पाइप जब्त, इसके बाद भी झील में नजर आता मक्कडज़ाल- अच्छी बारिश के बाद भी गिरता जल स्तर तो भी जिम्मेदार लापरवाह

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 सांभर झील: 5 साल में 371 बोरवेल जब्त करने के साथ 1143 नष्ट, फिर भी हजारों आ रहें नजर

नावंा के सांभर झील में ५ वर्षों की कार्रवाई के बाद भी नजर आता अवैध केबल व पाइप लाइन के साथ बोरवेल।

नावां शहर. कोर्ट को जवाब देने व उच्च अधिकारियों के साथ एनजीटी को खुश करने के लिए सांभर झील में अवैध केबलों व पाइपों को हटाने की कार्रवाई की जाती है, जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यह कार्रवाई तो दिन के उजाले में होती है, जबकि यहां सफेद नमक का काला कारोबार रात को होता है। जिनको यहां के बड़े-बड़े दावे करने वालों ने पनाह दे रखी है। अपने बचाव में आकड़े छिपाने व मिटाने के लिए प्रशासन इन्हें रखा हुआ है। इनके सहारे से जिम्मेदार अधिकारी अपना पक्ष रखते हुए पल्ला झाड़ते हैं। सांभर झील में बीते 5 वर्षों में सैकड़ों बार कार्रवाई हुई। इस दौरान अतिक्रमण हटाने, बोरवेल नष्ट करने, बोरवेल जब्त करने के साथ ही अवैध केबल व पाइप जब्त किए गए, लेकिन रात में चल रहा गोरखधंधा बन्द नहीं हुआ। झील में कार्रवाई से तीन से पांच गुणा बोरबेल वर्तमान में संचालित है। इसके साथ ही अवैध केबलों व पाइपों का मक्कडज़ाल भी साफ नजर आता है। पिछले पांच साल में स्थानीय प्रशासन ने झील क्षेत्र व सिवायचक भूमि से करीबन 827 बीघा भूमि से अतिक्रमण हटाया है। अवैध बोरवेलों पर कार्रवाई करते हुए 1143 नष्ट व 371 जब्त किए हैं। इससे राजस्व विभाग को नाममात्र लाभ हुआ पर बोरवेल टूटने के बाद रात को अंधेरे में करने वालों को ज्यादा लाभ हुआ है।

जिन क्षेत्रों में कार्रवाई, वहीं हुए नए बोरिंग

तत्कालीन एसडीएम ब्रह्मलाल जाट के नेतृत्व में ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई ,लेकिन जिस क्षेत्र में कार्रवाई हुई थी वहीं फिर से बोरिंगों की बाढ़ लगीं हुई है। इनमें जाब्दीनगर, गुढ़ा साल्ट, खाखडक़ी, मोहनपुरा, आउ, मिठड़ी-उलाणा सीमा, सांभर साल्ट फैक्ट्री के पास, अजमेर सीमा क्षेत्र , झाग, चालीस मोरिया सहित झील को चारों तरफ से छलनी करने का कार्य जारी है।

सांभर झील में कार्रवाई एक नजर वर्ष अनुसार:-

2019:-

-अतिक्रमण हटाया:- 252 बीघा भूमि से

-बोरवेल नष्ट की कार्रवाई :- 131 बोरवेल नष्ट

-बिरवेल जब्त की कार्रवाई:- 10 जब्त।

2020:-

-अतिक्रमण हटाया:- 150 बीघा भूमि से अतिक्रमण।

-बोरवेल नष्ट की कार्रवाई :- 294 बोरवेल नष्ट।

-बोरवेल जब्त की कार्रवाई:- 32 जब्त।

2021:-

-अतिक्रमण हटाया:- 40 बीघा भूमि से अतिक्रमण।

-बोरवेल नष्ट की कार्रवाई :- 30 बोरवेल नष्ट।

-बोरवेल जब्त की कार्रवाई:- 14 जब्त।

2022:-

-अतिक्रमण हटाया:- 385 बीघा भूमि से अतिक्रमण

-बोरवेल नष्ट की कार्रवाई :- 638 बोरवेल नष्ट

-बोरवेल जब्त की कार्रवाई:- 298 जब्त

2023:-

-अतिक्रमण हटाया:- इस वर्ष सांभर झील में अतिक्रमण की कार्रवाई नहीं हुई

-बोरवेल नष्ट की कार्रवाई :- 50 बोरवेल नष्ट

-बोरवेल जब्त की कार्रवाई:- 17 जब्त।

पक्षी प्रजनन व नमक उद्योग के भविष्य पर भी खतरा -

पक्षी विशेषज्ञ आबिद अली ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि अवैध गतिविधियों को रोखने के लिए ठोस उपाय की जररूत है। वर्तमान में अच्छी बारिश के बाद भी जल स्तर का गिरना पक्षियों के जीवन के साथ ग्रेटर फ्लेमिंगो के प्रजनन में समस्या आ गई है। यहां अवैध बोरवेल से जल दोहन होने से बारिश बेअसर है। इसके साथ पानी की गिरावट से नमक उद्योग का भविष्य भी खतरे में नजर आ रहा है।