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अवैध खनन से बिगड़े हालात, सोए जिम्मेदार

locationनागौरPublished: Jul 11, 2021 09:34:50 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

Nagaur. अवैध खनन को लेकर ग्रामीणों ने की जिला कलक्टर से कार्रवाई की मांग

Situation worsened by illegal mining, sleeping responsible

Situation worsened by illegal mining, sleeping responsible

नागौर. जिले के उपखंड के खाटू बड़ी इलाके मे खसरा नं 1148 की गोचर भूमि पर लम्बें समय से अवैध खनन करकें अवैध खनन माफिया चांदी कूट रहें है। ग्रामीणों ने इस आशय का आरोप लगाते हुए कलक्टर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की। बताया जाता है कि पिछले 25 दिनो में खनिज विभाग की टीम तीन बार कर चुकी है। गत चार जुलाई कों ग्रामीणों ने पक्षपात करने का आरोप लगाया सभी अवैध खनन को बंद करने की मांग की तो खनिज विभाग की टीम कार्रवाई नही कर सकी मगर युवको ने मौके पर विडियो बनाकर वायरल कर दिया। जिसमें कुछ लोगों की ओर से कार्रवाई आगे से ना हो पैसे इकठे करने की बात कह रहे है बताते हैं कि खनिज विभाग के अधिकारियों की कथित रूप से मिलीभगत के चलते इस जगह सेंड स्टोन का अवैध खनन लंबे समय से किया जा रहा है। इस संबंध में लोगों ने पहले भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज ग्रामीणों ने गत शुक्रवार को नागौर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौपकर अवैध खनन को बंद करने की मांग की थी। ग्रामीणों में ज्ञापन देने आए चैनाराम, मुकेश, हरेन्द्र, नरेन्द्र, गजेन्द्र आदि कहना था कि विभागीय अधिकारियों की ओर से बरती गई लापरवाही के चलते बेहद ही खराब हो चुके हैं। बिगड़े हालातों की जानकारी होने के बाद भी अधिकारियों की खामोशी से उनकी कार्यशैली पर ग्रामीणों ने सवालिया निशान लगाया है।
जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तो घातक परिणाम
नागौर. महावीर इंटरनेशनल की ओर से विश्व जनसंख्या दिवस पर संस्था के रोग निदान केन्द्र में संगोष्ठी हुई। इसमें पद्मश्री हिम्मताराम भांभू ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तो देश के लिए इसके घातक परिणाम होंगे। संसाधन सीमित है तो फिर जनसंख्या भी सीमित रखने के लिए विशेष कानून बनाए जाने की आवश्यकता है। देश की जनसंख्या 140 करोड़ हो गई है और इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया तो यह इतनी अनियंत्रित हो जाएगी कि संसाधन कम पड़ेंगे। उन्होंने कहा जनसंख्या ने रोको भाई, लाख रोग की एक दवा, सब चीजा ही कम पड़ जासी धरती, पानी और हवा। आज भारत में जनसंख्या नियंत्रण हेतु कानून नहीं बना तो आने वाले समय में भावी पीढ़ी को खाने के लिए अन्न, जल और जमीन सभी कम पड़ जाएंगे। संस्था के अध्यक्ष गौतम चंद कोठारी ने कहा बेटे और बेटी में फर्क के कारण बेटों की चाहत में लोग 2 से ज्यादा बच्चे भी पैदा कर रहे हैं, जबकि आज बेटी भी बेटों से कम नहीं है। हमें अपनी सोच बदलने की जरूरत है। संस्था के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल बांटिया ने कहा कि जनकल्याण की विभिन्न योजनाएं वर्तमान जनसंख्या के आधार पर बनाई जाती है, लेकिन जनसंख्या वृद्धि के कारण संसाधन कम पड़ जाते हैं और योजनाओं का क्रियान्वयन उतना बेहतर तरीके से नहीं हो सकता है। बेहतर जीवन यापन के लिए जरूरी है कि जनसंख्या को नियंत्रित किया जाए। ताकि उपलब्ध संसाधन का बेहतरीन उपयोग हो सके। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर महावीर इंटरनेशनल द्वारा महावीर इंटरनेशनल रोग निदान केंद्र नागौर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें संस्था सह सचिव प्रीतम छिमु ललवाणी, पूर्व अध्यक्ष सरदार मल डागा, नरेन्द्र संकलेचा, नरेन्द्र गोयल, प्रकाश चन्द बोहरा, उपाध्यक्ष राजकुमार मच्छी, हिम्मत सिंह, विमलेश समदडिय़ा आदि उपस्थित थे।

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