दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के आरोपी मुख्य गैंगस्टर दीपक उर्फ दीप्ति समेत चारों का नागौर आने का इंतजार, कोर्ट से अस्पताल और जेल तक की रैकी कर शेट्टी के कत्ल में शामिल सभी को ठिकाने लगाने की मंशा, सवा करोड़ की डील तो दो लाख एडवांस
नागौर. करीब सवा तीन महीने पहले सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के बाद बढ़ते गैंगवार ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। जिन आरोपियों को पकडऩे में नागौर पुलिस सात राज्यों में ही नहीं नेपाल तक घूमी, अब उन्हीं आरोपियों को संभालने की एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है।संदीप उर्फ शेट्टी को ठिकाने लगाने वाले गैंगस्टर दीपक उर्फ दीप्ति समेत चारों के दिल्ली पुलिस के कब्जे से नागौर आने का इंतजार करने वाले बदमाशों ने यहां अपनी तैयारियां शुरू कर दी। अदालत से जेल और अस्पताल से थाने तक के रास्तों की रेकी कर इनका काम तमाम करने के मिशन में जुटे दो बदमाशों को पुलिस ने धर-दबोचा जबकि सात अन्य नामजद बदमाशों की तलाश जारी है। सवा करोड़ की डील में इन बदमाशों ने दो लाख रुपए एडवांस लिए हैं। अस्पताल चौकी के कांस्टेबल लहरीराम को विशेष सहयोग पर एसपी ने सम्मानित किया।
एसपी राममूर्ति जोशी ने पत्रकारों को बताया कि कुछ दिन पहले ही संदीप उर्फ शेट्टी के कातिल दीपक उर्फ दीप्ति ने दिल्ली में सरेण्डर किया। इसके कुछ दिन बाद नागौर पुलिस ने दीप्ति के साथी अनूप ढावा, अक्षय उर्फ सचिन और लालू सैनी उर्फ चेतन को काठमाण्डू में दबोचा, तकनीकी कारणों से उन्हें दिल्ली की स्पेशल ब्रांच अपने साथ ले आई। जल्द ही प्रोडक्शन वारंट पर उन्हें नागौर लाया जाएगा। सुनील उर्फ पण्डित समेत कुछ अन्य आरोपी पहले से ही यहां की जेलों में है। कुछ समय से संदीप उर्फ शेट्टी गैंग और उसकी हत्या करने वाले गिरोह के बीच गड़बड़ी होने की आशंका का पता चला था। इस पर एएसपी राजेश मीना, डीडवाना एएसपी विमल सिंह, कुचामन एएसपी गणेशराम, सीओ विनोद कुमार सीपा समेत अन्य अफसरों को आपसी गैंगवार को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए थे।
लहरीराम की सजगता आई काम (फोटो --------------)
अस्पताल चौकी पर तैनात कांस्टेबल लहरीराम शुक्रवार को अपनी ड्यूटी पर तैनात था। वो लोगों पर नजर बनाए हुए था, तभी सरस ढाबे पर एक बिना नम्बरी गाड़ी दिखी, लहरीराम ने पूछताछ की तो इनमें से एक ने खुद को लोकेन्द्र सिंह (21) निवासी हरियाणा (जिंद) का बताया तो माथा ठनका और लहरीराम ने अपने अफसरों को सूचना दी। दूसरा आरोपी धीरज उर्फ टिंकू प्रजापत (21) निवासी कुचेरा है। दोनों को गिरफ्तार कर जो पूछताछ हुई उसके खुलासे से पुलिस तक हैरान रह गई। लोकेंद्र सिंह संदीप उर्फ शेट्टी गैंग का गुर्गा है जबकि टिंकू प्रजापत उसका सहयोग कर रहा था।
सवा करोड़ की डील, दो लाख एडवांस
एसपी जोशी ने बताया कि 19 सितम्बर को नागौर शहर में अदालत के बाहर दिनदहाड़े संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या कर दी गई थी। सुनील उर्फ पण्डित समेत पांच जने पहले गिरफ्तार कर लिए गए जबकि दीपक उर्फ दीप्ति समेत चार अन्य अभी दिल्ली पुलिस के पास हैं। इनको ठिकाने लगाने के लिए संदीप उर्फ शेट्टी गैंग के कुछ बदमाश तैयार हो रहे हैं, लोकेन्द्र सिंह भी इन्हीं में एक है। मुख्य रूप से लोकेन्द्र अपने साथी धीरज प्रजापत के साथ दो दिन से जेएलएन अस्पताल, अदालत, जेल और कोतवाली थाने की लोकेशन और रास्तों की टोह ले रहा था। शुक्रवार को इन्होंने जेएलएन अस्पताल में चप्पा-चप्पा छाना, आरोपी के मेडिकल से लेकर उसके बाहर आने अथवा वार्ड में ले जाने की स्थिति का भी अवलोकन किया। इसी रेकी में वो आगे की प्लानिंग कर रहे थे तभी लहरीराम की समझदारी ने काम किया और साजिश की तैयारी करने वालों को पकड़वाया। एसपी ने बताया कि दोनों गैंग के संघर्ष की जानकारी है, आरोपियों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया जा रहा है।
हरियाणा में रची साजिश, सात में से दो नागौर के
सूत्रों का कहना है कि संदीप के मर्डर का बदला लेने की साजिश हरियाणा में रची गई, जिन अन्य सात की पुलिस को तलाश है, उनमें से दो नागौर के बताए जा रहे हैं। यह भी पता चला है कि पिछले दो-तीन साल से संदीप उर्फ शेट्टी की नागौर में अच्छी खासी धाक जम चुकी थी। यहां के स्थानीय में से भी कुछ उसकी गैंग को बदला लेने में मदद कर रहे हैं।
इधर, अनिल उर्फ छोटिया की तलाश तेज
संदीप उर्फ शेट्टी के लगभग सभी शूटर/हत्यारे पकड़े जा चुके हैं, इनमें से सिर्फ एक अनिल उर्फ छोटिया अभी तक फरार है। हालांकि नागौर पुलिस की टीम उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है। इधर, दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में दीपक उर्फ दीप्ति, अनूप ढावा, अक्षय उर्फ सचिन और लालू सैनी उर्फ चेतन को नागौर लाने की तैयारी भी जोरों पर है। इसका जिम्मा अशोक बिसु को सौंपा है।