महाराजा अजमीढ़ जयंती पर निकाली शोभायात्रा व झाकियां मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज ने महाराज अजमीढ़ की जयंती धूमधाम से मनाई - ब्रह््मा, विष्णु, महेश, शिवाजी व शेर पर सवार पर माता की झांकी रही आकर्षण का केन्द्र
मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की ओर से महाराज अजमीढ़ की जयंती व शरद पूर्णिमा महोत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह करीब आठ बजे खाईं की गली स्थित माता के मंदिर से गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा हाथी चौक, काठडिय़ा का चौक,तुलसी चौक, माही दरवाजा रोड,बाजरवाडा,लाडिया बाजार, तिगड़ी बाजार,खाई की गली होते हुए कायस्थ मोहल्ला स्थित समाज भवन पहुंची। शोभायात्रा में महाराजा अजमीढ़ ,नवदुर्गा, ब्रह््मा, विष्णु, महेश, नरेन्द्र मोदी, शिवाजी एवं शेर पर सवार माता की झांकी आकर्षण केन्द्र रही।
लाल चुनड़ी में सजी महिलाओं और श्वेत वस्त्र पहने पुरुषों ने पीत रंग का दुपट्टा धारण कर रखा था। महिलाएं सिर पर कलश धारण किए थीं। इस दौरान महिलाशक्ति के रूप में हाथ में तलवार लेकर घोड़ों पर सवार युवतियां आकर्षण का केन्द्र रही। भजनों पर थिरकते चल रहे युवाओं ने भांगड़ा नृत्य भी किया। मुन्नालाल कड़ेल, भिवराज सोनी,दीपक अग्रोया,रमेश सोनी, राधा अग्रोया,मधु सहदेव,इंदुबाला सोनी,सुमित्रा डावर,मंजू देवी आदि ने भजनों की प्रस्तुतियां दी।
शोभा यात्रा में समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश मांडन, महिला मंडल अध्यक्ष इंदुबाला सोनी, संयोजक दामोदर प्रसाद मांडन, सत्यनारायण डावर, चंदनमल रोड़ा,बालकिशन डावर, नंदकिशोर रोड़ा,निरंजन सोनी, छगनलाल मांडन, ओमप्रकाश मायछ, बाबूलाल भवण, छोटमल मांडन, नरेंद्र बदलिया, महेंद्र रोड़ा, सुरेंद्र मांडन, घनश्याम भवण ,दीपक डावर, राकेश मोसून, प्रमोद मांडन,बजरंग मांडन,नरेंद्र भवन,राहुल मिरिंडिया,दीपक अग्रोया,राम प्रसाद सहदेव ,पवन मोसून ,मनीष डावर,बबलू अग्रोया,उत्तम ढल्ला,योगेश मोसून, राकेश मोसून, दीपक डावर आदि मौजूद थे। इसके बाद समाज की ओर से महाप्रसाद का आयोजन हुआ।