Nagaur. मूण्डवा, खींवसर एवं नागौर ग्रामीण क्षेत्र में हुए लॉसेज का असर पूरे वृत्त पर पड़ा -अजमेर डिस्कॉम का बकाया 825 करोड़ से 12 सौ 35 करोड़ पहुंचा-अजमेर डिस्कॉम में से नागौर वृत्त का बकाया पहुंचा करीब 400 करोड़-डिस्कॉम में शामिल जिलों में नागौर वृत्त के बकाए से स्थिति हुई गंभीर
नागौर. नागौर सर्किल की गुडलेंग्थ मूण्डवा, खींवसर एवं नागौर ग्रामीण रूरल के लॉसेज ने बिगाडकऱ रख दी है। सर्किल का कुल बकाया 26.7 प्रतिशत अभी भी है। हालंाकि गत वर्ष की तुलना में पांच से सात प्रतिशत तक लॉसेज कम हुए हुए हैं, लेकिन यह स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। वैसे वसूली की स्थिति 100 प्रतिशत से ऊपर रही है, लेकिन खींवसर, मूण्डवा एवं एईएन ग्रामीण नागौर के लॉसेज को नियंत्रित कर लिया जाए तो फिर पूरे नागौर सर्किल के लॉसेज पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वी. एस. भाटी बुधवार को नागौर अधीक्षण अभियंता के सभागार में इसकी समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अजमेर डिस्कॉम में बढ़े हुए बकाए पर चिंता जताते हुए कहा कि 31 मार्च तक बकाया 825 करोड था, लेकिन अब यह बढकऱ 12 सौ 35 करोड़ तक पहुंच गई है। इसमें नागौर डिस्कॉम का बकाया करीब चार सौ करोड़ तक तक जा पहुंचा है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। इस पर चिंता जताते हुए प्रबन्ध निदेशक भाटी ने कहा कि इसके लिए अभियंताओंको युद्धस्तर पर काम करना होगा। विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जीएसएसवार जांच का काम बेहद सक्रियता से करना होगा। इसके साथ ही कहा गया कि प्रत्येक फीडर इंचार्ज को प्रतिदिन 10 कनेक्शनों का लक्ष्य दिए जाएं, और वसूली नहीं होने की स्थिति में कनेक्शन विच्छेद करने की कार्रवाई भी लगातार होनी चाहिए। ऐसा रहा तो फिर आगे चलकर फरवरी व मार्च में दिक्कत नहीं आएगी। पीएचडीई से वसूली के मामले में नागौर सर्किल की सराहना करते हुए इसे और बढ़ाए जाने पर बल दिया। इसके लिए कहा गया कि इस संबंध में पीएचडीई में सक्षम अधिकारी से मुलाकात कर बढ़ते हुए आउटस्टैन्डिंग के लिए बजट की स्वीकृति कराए। ताकी बढ़ते बकाए का भार कम हो सके। इसमें यह भी कहा गया कि यद्यपि नागौर सर्किल का प्रदर्शन कई मायने में बेहतर रहा है, लेकिन कुछ विशेष डिवीजनों पर खास ध्यान देना होगा। इन डिवीजनों पर ध्यान दिया गया तो फिर पूरे वृत में नागौर का प्रदर्शन शानदार हो जाएगा। इसके साथ ही कोविड-19 के संदर्भ में आवश्यक तैयारियों की भी समीक्षा की गई।इन्होंने भी बिगाड़ी नागौर की गणितइसके पूर्व बैठक में अजमेर डिसकॉम के मुख्य अभियंता एम. एल. मीणा ने कहा कि कि लॉसेज के मामले में यहां पर भी स्थिति अच्छी नहीं है। इसमें डेगाना मे 28 प्रतिशत लॉस, रियाबडी मे लॉस अचानक बढें। लॉसेज तो नागौर में भी बढ़ गया है। इसमें सर्वाधिक लॉसेज वाले डिवीजनों को चिह्नित कर डिस्कॉम को विशेष रणनीति के तहत काम करना होगा। इस दौरान डिवीजनवार सभी अभियंताओं के प्रदर्शन की समीक्षा की गई। बैठक में अधीक्षण अभियंता आर. बी. सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।