ब्रिज का काम 90 प्रतिशत पूरा, 2017 में 11 करोड़ रुपए की लागत से बनना शुरू हुआ था ब्रिज
नागदा. जिले के लोगों को जल्द ही बड़ी सुविधा मिल जाएगी. नायन ब्रिज का काम लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका हैं। शेष 10 प्रतिशत काम भी पूरा होने की कगार पर है। इस ब्रिज का सबसे बड़ा फायदा नायन व इसके आसपास के दर्जनों गांवों व बड़नगर आने-जाने वालों को होगा। ब्रिज के बनने के बाद नागदा से बड़नगर की दूरी लगभग 15 किमी तक कम हो जाएगी। साथ ही बारिश में भी दूध सब्जी की सप्लाय नहीं रुकेगी। अभी बारिश में छोटी पुलिया से पानी बहने से सप्लाय काफी हद तक रुक जाती हैं।
15 महीने काम बंद रहने से हुई निर्माण में देरी
वर्ष 2017 में 11 करोड़ रुपए की लागत से ब्रिज बनना शुरू हुआ था। इसके बाद कुछ समय काम बंद रहा। कोरोना खत्म होते ही काम की गति तेज हुई। पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत बताते हैं कि वर्ष 2018 तक 22 में से 17 पिलर बना दिए गए थे। नए साल से ब्रिज जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
ये फायदा होगा
अभी बड़नगर से रुनिजा, भाटपचलाना, खाचरौद के रास्ते से नागदा आना पड़ता है। बड़नगर से नागदा कुल 60 किमी पड़ता है। ब्रिज बनने से बड़नगर से खरसौद, बड़ागांव, भीकमपुर होते हुए नागदा आया जा सकेगा। इस रास्ते से बड़नगर से नागदा की दूरी लगभग 45 किमी रहेगी। इस तरह करीब 15 किमी का अंतर आएगा। पूर्व विधायक शेखावत ने बताया इसके अलावा कार्यकाल में स्वीकृत हुए नायन, उमरना, खाचरौद से जावरा फाटक, पाडसुत्या बनवाड़ा से मोकड़ी ब्रिज के काम भी अग्रसर हैं।
बारिश में भी नहीं रुकेगी राह
ब्रिज नहीं होने से पहले लोग पुलिया का उपयोग करते थे। बारिश में इस पुलिया के ऊपर से पानी बहने से नायन व इससे जुड़े गांवों के लोगों को खाचरौद होते हुए नागदा पड़ता था। अब ब्रिज बनने से बारिश में भी ब्रिज के माध्यम से लोग आवागमन कर सकते हैं। वर्तमान में पुलिया भी पूरी तरह जर्जर होने के साथ यह संकरी होने से यहां से वाहनों की पासिंग नहीं हो सकती। पर्व के समय तो यहां जाम की स्थिति बनती हैं।