smart meter satyagrah: एमपी में बेतहाशा बढ़े बिजली बिलों और स्मार्ट मीटर की कार्यप्रणाली को लेकर उपभोक्ता भड़क उठे हैं। 'मीटर सत्याग्रह' के जरिए जनआंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। (electricity bill hike)
smart meter satyagrah:बिजली बिलों में हुई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ जन आंदोलन की जमीन नागदा-खाचरौद में तैयार होती नजर आ रही है। नागदा में जन अधिकार मंच संयोजक अभय चोपड़ा और खाचरौद के सामाजिक कार्यकर्ता अजय वाक्तरिया ने बिजली कंपनी द्वारा लगाए गए स्मार्ट मीटर के तकनीकी पहलू, उपभोक्ता संरक्षण और प्रशासनिक पारदर्शिता सहित बिलिंग के आधार और मापदंड सार्वजनिक करने की मांग की है। (electricity bill hike)
मामले में जन अधिकार मंच के चोपड़ा का कहना है कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से उपभोक्ताओं को खुलेआम लूटा जा रहा है और जनप्रतिनिधि मौन है। विपक्ष के नेता जनहित के इस बड़े मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने को तैयार नहीं है। चोपड़ा के अनुसार किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की खरीदी के दौरान सर्विस बुक उपभोक्ता को देना अनिवार्य है, जिसमें उपकरण की विशेषता, सर्विस, गारंटी वारंटी संबंधी जानकारी होती है। (electricity bill hike)
चोपड़ा ने कहा कि ऐसा लगता है कि फ्रीबीज योजनाओं के लिए जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है। इसका माध्यम बिजली कंपनी है। अन्यथा क्या कारण है कि तीन माह पहले तक जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिल 500, 1000, 2000 रु. बीच आ रहा था अब उन्हीं के बिजली 3 से 6 हजार के बीच आ रहे हैं। ऐसा शहर के 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं के साथ हो रहा है।
मामले में बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि कंपनी बिजली बिल की साफ्टकॉपी ईमेल व मोबाइल नंबर पर भेज रही है। इसमें यह पता नहीं चलता कि बिजली शुल्क व स्थाई चार्ज कितना है। स्मार्ट मीटर के लिए कंपनी कितना किराया ले रही है। जो नागरिक अधिकारों पर अतिकमण है। वो उपभोक्ता मीटर जो का शुल्क एक साथ दे सकते हैं, उनसे पूरा शुल्क लिया जाएं, ऐसे में उनसे किराया नहीं वसूला जाएं। साथ ही एकसाथ शुल्क जमा करने वाले को कंपनी ब्याज का भुगतान करें, जो बिल में समायोजित हो।
वाक्तरिया ने बताया कि उनका मकान 8/20 का है। जिसमें तीन पंखे वो 9 वॉट की एलईडी लगी हुई है। वॉट के मान से 30 दिन की खपत भी जोड़ी जाएं तो 6400 रुपए का बिजली बिल बनना असंभव है। स्वयं के बिजली बिल में असमान वृद्धि के बाद उन्होंने अन्य उपभोक्ताओं से जानकारी ली तो अधिकांश लोगों ने बिजली बिलों में बेतहाशा वृद्धि की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने मीटर सत्याग्रह आंदोलन शुरु किया है। यह आंदोलन पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक होकर कानून के दायरे में रहकर किया जाएगा। (electricity bill hike)