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बस्तर का जात्रा मेला सबसे खास, नगाड़े की गूंज में झुमते है 45 गांव के देवी-देवता… जानिए इसकी कहानी

Narayanpur Jatra Mela : माता मावली मेला शुरू होने के पूर्व कोकोड़ी में जात्रा का आयोजन होता है। इस जात्रा में माता अनुमति मिलने के बाद ही माता मावली मेले का आगाज हो जाता है।

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Narayanpur Jatra Mela : माता मावली मेला शुरू होने के पूर्व कोकोड़ी में जात्रा का आयोजन होता है। इस जात्रा में माता अनुमति मिलने के बाद ही माता मावली मेले का आगाज हो जाता है। इससे शुक्रवार को कोकोड़ी में यात्रा की शुरुआत हो गई । सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए कोकोड़ी जात्रा में 45 गांव की देवी देवताओं ने शिरकत करते हुए नगाड़ों की थाप पर जमकर नृत्य किया। वही देवी देवताओं ने एक दूसरे से मेल मिलाप कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया।

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Narayanpur Jatra Mela : 3 दिनों तक चलने वाले इस जात्रा में अबूझमाड़ सहित दूरस्थ अंचलों के ग्रामीणों ने पहुंचकर इसका आनंद लेकर अपने-अपने देवी देवता की पूजा अर्चना कर उनसे आशीर्वाद लिया। पहले दिन देवी देवताओं का आगमन होता है । वही दूसरे दिन देवी देवता पहुंचने के बाद मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर नगाड़ा को बजाने की शुरुआत की जाती है। नगाड़ों की गूंज के बाद देवी देवता मंत्रमुग्ध होकर नगाड़ों की थाप पर जमकर झुमते हैं।

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Narayanpur Jatra Mela 2024 : वही कुछ देवी देवता मंदिर में शक्ति प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं। वही जात्रा में पहुंचे ग्रामीण अपने अपने देवी-देवताओं को तिलक लगाकर एवं फूल माला पहनाकर आशीर्वाद लेते हैं। वही जात्रा के तीसरे दिन देवी-देवताओं को चावल एव श्रीफल देंकर ससम्मान विदाई दी जाती है। इससे तीसरे दिन देवी देवता अपने गृहग्राम लौट जाते है।