Narayanpur Conversion Case: शुरुआत में यह गिरजाघर कच्चे मकानों में बने, जिसे विशेष प्रार्थना कक्ष कहा गया। मगर इसके बाद धीरे-धीरे आदिवासी इस धर्म को अपनाने लगे और कच्चे गिरजाघर पक्के और बड़ी संख्या में बनने लगे।
Narayanpur Conversion Case: नारायणपुर जिले में तेजी से धर्मांतरण के मामले सामने आने लगे। इस बीच लोगों ने नोटिस किया कि अंदरूनी गांव में तेजी से गिरजा घरों को बनाने का काम शुरू हो गया है। शुरुआत में यह गिरजाघर कच्चे मकानों में बने, जिसे विशेष प्रार्थना कक्ष कहा गया। मगर इसके बाद धीरे-धीरे आदिवासी इस धर्म को अपनाने लगे और कच्चे गिरजाघर पक्के और बड़ी संख्या में बनने लगे। मूल धर्म के आदिवासी विशेष समुदाय ने इसे आदिवासी समाज और उनकी परंपरा का अपमान बताते हुए इसका विरोध करना शुरू किया।
गांव के आदिवासी काफी तेजी से धर्मांतरण करने लगे। इसके बाद जिसने भी उनको समझाने का प्रयास किया उनके साथ मारपीट होने लगी। इसके बाद धर्मांतरण ने हिंसा का रूप धारण कर लिया। अंत में मूल धर्म के आदिवासियों ने मिलकर धर्मांतरण करने वाले लोगों को गांव खाली करने को कहा और उनसे मारपीट भी होने लगी। फिर इसके बाद जिन लोगों ने भी धर्मांतरण किया उन्होंने भी हिंसा का रूप धारण कर लिया। इसके बाद मूल धर्म के आदिवासियों से भिड़ने लगे।
सोमवार 2 जनवरी को अचानक दो गुटों के बीच धर्मान्तरण के मुद्दे को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए एसपी(Narayanpur) सदानंद कुमार नारायणपुर के ग्राम पंचायत एडका के आश्रित गांव गोर्रा(Narayanpur) में पहुंचे। लेकिन यहां एसपी समेत कई पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ। आइए जानते हैं इसके बाद का पूरा घटनाक्रम:
धर्मांतरण को लेकर उठा विवाद, एसपी सदानंद कुमार पर हमला
धर्मांतरण को लेकर उठे विवाद को सुलझाने पहुंचे नारायणपुर(Narayanpur) के एसपी सदानंद कुमार पर हमला हो गया। वे गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें उपचार के लिए नारायणपुर(Narayanpur) के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
स्कूल-कॉलेज बंद
इसके बाद ग्रामीणों ने नारायणपुर -कोण्डागांव स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। नारायणपुर(Narayanpur) जिले के कई गांव मे तनाव की खबर भी आ रही है। प्रशासन ने स्थिति संभालने के लिए स्कूल-कॉलेज(Narayanpur) बंद कर दिए और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
बस्तर आईजी पहुंचे नारायणपुर
मौके(Narayanpur) पर अधिक पुलिस फोर्स भेजा गया और कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरी ताकत लगाईं। चार आईपीएस अफसरों ने मोर्चा संभाला। बस्तर आईजी पी सुंदरराज, 16 वी वाहिनी कमांडेंट जितेंद्र शुक्ल, नारायणपुर एसपी सदानंद कुमार, कोंडागांव एसपी दिव्यांग पटेल, नारायणपुर कलेक्टर अजित वसन्त नारायणपुर (Narayanpur) पहुंचे।
घायल एसपी सदानंद कुमार फिर लौटे कर्तव्यपथ पर
सिर में चोट लगने पर प्राथमिक उपचार के बाद एसपी सदानंद कुमार(SP Sadanand Kumar) फिर सड़क पर निकले। भीड़ को काबू करने के साथ ही शहर में शांति नगर, बंगला पारा, बखरूपारा, बाजार स्थल में फ्लैग मार्च किया गया। फिर इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम को हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
चर्च और संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस द्वारा संवेदनशील इलाके यानि शांतिनगर, बंगलापारा, बखरूपारा में पेट्रोलिंग की गई। तब जाकर माहौल शांत हुआ।
जांच में जुटी पुलिस, आरोपी गिरफ्तार
जिला मुख्यालय(Narayanpur) में 2 जनवरी को चर्च में हुई तोड़ फोड़ एवं जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार 6 जनवरी को 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों में एसपी पर जानलेवा हमला करने के आरोपी सुखमन नेताम शामिल है। सभी 6 आरोपी ग्रामीण इलाकों के निवासी है। इनको गिरफ्तार करने के न्यायालय में समक्ष पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।