शीतकालीन छुट्टी में छात्र के पिता सुदमन अपने बेटे को लेने के लिए देवगांव पोटा केबिन में पहुंचने पर छात्र सुनील के लापता होने का खुलासा हुआ था। इसके बाद आरजीएसएम के जिला समन्वयक आरपी मिरे ने खुद मामले को संज्ञान में लेकर बाल संरक्षण अधिकारी सरीता बंजारे के साथ मिलकर छात्र के लापता होने की जांच शुरू कर दी थी।
इस जांच में आश्रम अधीक्षक पुजारी द्वारा छात्र के लापता होने के मामले लापरवाही बरतने की बात सामने आई थी। जिला समन्वयक ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर प्रतिवेदन कलक्टर टोपेश्वर वर्मा के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसके चलते कलक्टर ने मामले की गंभीरता को देखकर लापरवाह आश्रम अधीक्षक को निलबिंत करने के निर्देश दिए थे। जिस पर कार्रवाही करते हुए जिला समन्वयक ने आश्रम अधीक्षक एमके पुजारी को निलंबित कर खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नारायणपुर में संलग्न कर दिया है। पोटाकेबिन मे पदस्थ सहायक शिक्षक पंचायत राजेश्वर धु्रव को प्रभार दिया गया है।
देवागांव पोटाकेबिन में अध्यनरत छात्र सुनील नेताम के लापता होने के बाद जिला समन्वयक आरपी मिरे एंव बाल संरक्षण अधिकारी को कोकोड़ी गांव में किसी बच्चे के मिलने की सूचना मिली थी। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने कोकोडी थाना में जाकर छात्र के बारे में पतासाजी की तो पता चला जो बालक कोकोड़ी के पास मिला था, वो कांकेर जिले का निवासी था। जिसके परिजन आकर उसे अपने साथ ले गए। इसके बाद अािकारियों ने छात्र सुनील के बारे में कोकोड़ी पुलिस को सुचना देकर बैरंग वापस लौट आए। अधिकारियों ने बेनूर थाना सहित आस-पास क्षेत्र में छात्र की पतासाजी शुरू कर दी है। छात्र के बारे में कोई सुराग अभी तक नहीं मिल सका है। नारायणपुर थाने में छात्र सुनील की गुमशुदगी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आसपास के थानों में इसकी सूचना देकर छात्र की फोटो भेज दी है। पुलिस भी छात्र की जगह-जगह तलाशी कर रही है।