सतधारा से आगे और बरमान के बीच अर्जुन कुंड,भीम कुंड,सूरज कुंड और भूत कुंड सहित कुल सात कुंड बताए जाते हैं। कहा जाता है कि सतधारा में एक ही रात में पांचों पांडवों ने मां नर्मदा की धारा को बांधने का प्रयास किया था पर वे असफल रहे थे। यहां गौर से देखने पर लोगों को सात धाराएं नजर आती हैं। यहीं थोड़ी-थोड़ी दूरी पर अर्जुन कुंड,भीम कुंड,सूरज कुंड आदि स्थित हैं जो नर्मदा में प्राकृतिक रूप से बने हुए हैं।