35 thousand rupees to every farmer - अमेरिका का यह फॉर्मूला अगर लागू हो गया तो देश के किसानों की आर्थिक दुरावस्था दूर हो सकती है।
35 thousand rupees to every farmer - अमेरिका का यह फॉर्मूला अगर लागू हो गया तो देश के किसानों की आर्थिक दुरावस्था दूर हो सकती है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्र और कृषि अधिकारियों को यह अहम सलाह दी है। उनका कहना है कि जैसे अमेरिका में किसानों को सरकार सीधा लाभ देती है, वही व्यवस्था भारत में भी अपनाना चाहिए। अभी केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि के अलावा किसानों को जो भी सब्सिडी दे रही है, वे सभी अप्रत्यक्ष सहायता है। इन सभी को मिलाकर किसान को एकमुश्त सहायता राशि देनी चाहिए जोकि एक अनुमान के अनुसार करीब 35 हजार रुपए सालाना होती है। इस रकम से किसानों की माली हालत में खासा सुधार आ सकता है।
देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में किसानों के लिए यह बेहद उपयोगी सलाह दी। वे यहां कृषि उद्योग समागम का शुभारंभ करने पहुंचे थे। इस मौके पर उप राष्ट्रपति ने प्रदेश सरकार द्वारा शुरु किए कृषि उद्योग समागम की सराहना की और इस मॉडल को पूरे देश में अपनाने की जरूरत जताई।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बताया कि भारत सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है। सम्मान निधि के माध्यम से अब तक 10 करोड़ किसानों के खातों में करीब 346000 करोड़ रुपए डाले जा चुके हैं। उन्होंने सरकार को किसानों को सीधा लाभ पहुंचाने की सलाह दी।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस संबंध में अमेरिका और अन्य देशों में लागू फॉर्मूला का जिक्र किया। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और सरकार से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को मिलने वाली सभी सब्सिडी या सहायता राशि अप्रत्यक्ष रूप से न देकर सीधे उनके बैंक खातों में जमा करनी चाहिए। अमेरिका ऐसा ही करता है इसलिए वहां के किसानों की आय आम आदमी से ज्यादा है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यह भी कहा कि यदि सभी सहायता राशि सीधे किसानों के खाते में जमा करें तो एक अनुमान के अनुसार हर किसान को सालाना करीब 35 हजार रुपए का लाभ होगा।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि अभी खाद पर खासी सब्सिडी दी जा रही है लेकिन यह अप्रत्यक्ष है। सीधे किसानों के खातों में राशि पहुंचाने से उसे फायदा मिलेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि नरसिंहपुर जिले में 102 एकड़ में इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिले में करोड़ों के कामों का भूमिपूजन किया गया। राज्यपाल मंगू भाई पटेल, कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना, राज्य के वरिष्ठ मंत्री प्रहलाद पटेल, उदय प्रताप सिंह और गोविंद सिंह राजपूत भी यहां उपस्थित थे।