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नरसिंहपुर. केवायसी के नाम पर भोले भाले लोगों से ओटीपी प्राप्त कर उनके खाते खाली करने वाले गिरोह को पुलिस ने झारखंड से दबोच कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी आधारकार्ड के फोटोग्राफ्स को बदल कर फर्जी तरीके से सिम कार्ड प्राप्त कर लेते थे। जिसके बाद उन फर्जी सिम से पेटीएम एक्टिव कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर एकान्ट से रकम निकालते थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक किशोर भी शामिल है। गिरोह ने यहां के एक महिला के खाते से ९ लाख ७६ हजार रुपए उड़ा दिए थे। आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार करने वाली कोतवाली पुलिस एवं साइबर सेल की टीम को एसपी विपुल श्रीवास्तव ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
शुभा गुप्ता के खाते से निकाल लिए थे ९ लाख ७६ हजार रुपए
आरोपियों ने 26 और २७ जून २०21 को शुभा गुप्ता निवासी शुभनगर कालोनी नरसिंहपुर के खाते से ९ लाख ७६ हजार रुपए उड़ा दिए थे। उनके मोबाइल पर अज्ञात जालसाज ने फोन कर केवायसी कंपलीट करने की बात कहकर ओटीपी प्राप्त कर ली और अनाधिकृत रूप से आईएमपीएस ट्रांजेक्सन कर 26 जून और 27 जून को कुल 976000 रुपए धोखाधड़ी से दूसरे एकान्ट में ट्रांसफर कर लिये । शुभा की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा 419, 420 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया। प्रकरण की गंभीरता को दखते हुए पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने अति.पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार शिवहरे एवं एसडीओपी नरसिंहपुर कौशल सिंह के मार्गदर्शन में नरसिंहपुर के अलावा जबलपुर सायबर शाखा के निरी. विपिन ताम्रकार एवं उप निरी. प्रवेन्द्र सिंह के अलावा थाना कोतवाली के थाना प्रभारी निरीक्षक अमित दाणी उप निरी. विश्राम धुर्वे, प्र.आर. गजराज सिंह, आर. पंकज एवं प्रहलाद की संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया । ओटीपी प्राप्त कर अनाधिकृत रूप से आईएमपीएस ट्रांजेक्सन कर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के संबंध में गठित की गयी टीम ने तकनीकी माध्यमों से पतासाजी की । जिस पर जानकारी प्राप्त हुयी कि झारखण्ड निवासी आरोपी अब्दुल्ला मजीद उम्र 21 वर्ष एवं नेपाल राजभर उम्र 30 वर्ष एवं किशोर बालक ने मिलकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस टीम को जिला हरिहरपुर धनबाद, झारखंड रवाना किया गया जिसने आरोपियों को गिरफ्त में लेने के बाद उनसे गहनता से पूछताछ की। जिस पर आरोपियों ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
आधाकार्ड के फोटो को बदल कर फजी सिम प्राप्त करते थे
आरोपियों ने बताया कि वे आधारकार्ड के फोटोग्राफ्स को बदल कर फर्जी तरीके से सिम कार्ड प्राप्त कर लेते थे। जिसके बाद उन फर्जी सिम से पेटीएम एक्टिव कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर एकान्ट से रकम निकालते हंै आरोपियों ने इसी तरीके से शुभा गुप्ता के साथ धोखधड़ी कर उनके रुपए उड़ाए औरा फिर दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।
Published on:
16 Dec 2021 11:05 pm
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