
राज्यसभा सासंद कैलाश सोनी
नरसिंहपुर. करेली नगरीय क्षेत्र की सीमा में टोल बूथ लगाने के लोक निर्माण विभाग मिशन का किसानों और क्षेत्रीय नागरिकों ने विरोध शुरू कर दिया है। किसानों के इस विरोध में राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री व जबलपुर के प्रभारी गोपाल भार्गव को पत्र लिखा है।
सासंद सोनी ने अपने पत्र में टोल बूथ को नगरीय क्षेत्र की सीमा के बाहर शुगर मिल के आगे स्थापित कराने मांग की है। उन्होंने नगरीय क्षेत्र की सीमा में टोल लगने से होने वाले नुकसान और पूर्व में हुई घटनाओं को जिक्र भी पत्र में किया है।
बता दें कि लोक निर्माण विभाग नगर पालिका करेली क्षेत्र अंतर्गत करेली-गाडरवारा रोड पर स्थित शुगर मिल के पहले पुनः टोल टैक्स नाका स्थापित करने की तैयारी में है। इसकी जानकारी होते ही नागरिक व किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा। इसके बाद राज्यसभा सदस्य सोनी ने लोग निर्माण मंत्री भार्गव को पत्र लिख कर टोल टैक्स नाका को करेली नगर सीमा के बाहर शुगर मिल के आगे स्थापित करने का सुझाव दिया। सांसद सोनी ने पत्र में लिखा है कि स्टेट हाइवे- 22 पिपरिया-जबलपुर मार्ग पर करेली नगर सीमा के अंदर शुगर मिल आती है। इसमें यहां के एवं आसपास के नागरिकों, शुगर मिल व्यापारियों, किसानों, कर्मचारियों के वाहनों का प्रतिदिन आना जाना होता है। वर्तमान में यहां टोल टैक्स नाका प्रारंभ होने जा रहा है। पूर्व में नाके का पुराना प्वाइंट करेली शुगर मिल के पहले नगर सीमा में था। इस कारण नाके पर आए दिन झगड़े होते रहे। इसी झगड़े में दो लोगों की जान भी जा चुकी है। उसी समय तय हो गया था कि नाका नगरीय क्षेत्र के बाहर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा है कि नियमानुसार नगरीय सीमाओं में टोल बूथ बनाना वैधानिक भी नहीं है। सोनी ने पत्र में लोनिवि मंत्री को बताया है कि इस संबंध में नागरिकों के ज्ञापन मिले है। इस मामले को लेकर जन आक्रोश बढ रहा है।
सांसद प्रतिनिधि अखिलेश ज्योतिषि के अनुसार सोनी ने इस संबंध में एमडी मध्य प्रदेश सड़क कार्पोरेशन, कलेक्टर, ई पीडब्ल्यूडी एवं सीएमओ करेली से भी दूरभाष पर संपर्क किया गया है। उन्होंने कहा है कि टोल टैक्स नाके का वसूली प्वाइंट करेली शुगर मिल व नगरीय क्षेत्र की सीमा के बाहर बनेगा तो लड़ाई-झगड़ों की आशंका भी नहीं रहेंगी और शहर की शांति व्यवस्था भी बनी रहेगी। ऐसे में टोल नाके को कहीं भी नगर की सीमा के बाहर बनाया जाए। फिलहाल तत्काल करेली शहर के अंदर टोल निर्माण कार्य रोका जाए।
उधर इस टोल नाका के संबंध में नागरिकों व किसानों की मांग है कि टोल नाका नगरीय क्षेत्र की सीमा से बाहर बनाया जाए। उनका तर्क है कि नगर की सीमा में टोल बनने से अप्रिय घटनाएं फिर बढ़ेंगी। किसानों व नागरिकों ने इस संबंध में राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी के अलावा कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को दिया है।
बताया जा रहा है कि पूर्व में पथकर वसूली नाका करेली शुगर मिल के पहले नगर सीमा में था और इसके चलते स्थानीय निवासियों, कृषको, व्यवसायियों का नगर सीमा में स्थित शुगर फैक्ट्री व कृषि कार्य के लिए आवागमन रहता था। इससे पथकर वसूल किए जाने पर अनेक अप्रिय घटनाएं घटी हैं। नाके पर हुए झगड़ों में दो लोगों ने जान गवाई है। यही वजह है कि नागरिक व किसान मांग कर रहे हैं कि पथकर नाके का वसूली केंद्र करेली शुगर मिल एवं नगर पालिका करेली सीमा के बाहर स्थापित किया जाए, ताकि कृषकों व नगरीय सीमा के आमजनों के वाहन फैक्ट्री आवागमन कर सकें और अप्रिय स्थिति न बने।
नागरिकों ने मांग की है कि विषय की गंभीरता को देखते हुए त्वरित पहल की जाए। ज्ञापन की प्रतिलिपि लोक निर्माण मंत्री, प्रभारी मंत्री, राज्यसभा सांसद, लोकसभा सांसद, विधायक, सीएमओ को भी प्रेषित की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में अखिलेश ज्योतिषी, संतोष रघुवंशी, मुकेश रघुवंशी, राजेंद्र रघुवंशी गुड्डा, संतोष बनवारी, कृपाल सोहल, अशोक पटेल, अभिषेक रघुवंशी, महेश रघुवंशी, कालूराम सोनी, भारत रघुवंशी, महेंद्र पाराशर, सुरेंद्र रघुवंशी, बीएस राजपूत, एड.परिहार, मुन्नू पटेल, सुदेश पटेल, राकेश रघुवंशी, गोविंद पटेल, दिनेश रघुवंशी, पप्पू महाराज, शरद पटेल, शुभम रघुवंशी, सौरभ आदि प्रमुख रहे।
Published on:
03 Jul 2021 04:19 pm
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