अजय खरे@नरसिंहपुर।भगवान के जिस अवतार के नाम पर यह शहर बसा आज उन्हीं का मंदिर उपेक्षा का शिकार है। रखरखाव न होने से मंदिर लगातार क्षतिग्रस्त होता जा रहा है, इसके कई हिस्से जमींदोज हो चुके हैं तो कुछ गिरने की कगार पर हैं।फिलहाल जिला प्रशासन के अधीन इस मंदिर की वित्तीय स्थिति यह है इसके खजाने में एक पैसा भी नहीं बचा और चार माह से बिजली का बिल जमा नहीं होने से कनेक्शन कटने की नौबत आ गई है।