
जिले में गुरुवार की रात हुई बारिश और कुछ जगहों पर हुई ओलावृष्टि से अरहर, गेहूं, गन्ना, मसूर और चना की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
नरसिंहपुर/गाडरवारा. जिले में गुरुवार की रात हुई बारिश और कुछ जगहों पर हुई ओलावृष्टि से अरहर, गेहूं, गन्ना, मसूर और चना की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान गाडरवारा क्षेत्र में हुआ जहां ओला गिरने से फसलें तबाह हो गई हैं। इसके अलावा पक्षी व अन्य जीव जंतु भी मारे गए हैं। फसलों को हुए नुकसान को देखते हुए कलेक्टर और उनकी टीम व स्थानीय विधायक ने खेतों में जाकर फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया।
गुरुवार को सुबह से ही जिले में बादल छाए हुए थे मौसम विभाग की बारिश की भविष्यवाणी की वजह से किसान पहले से ही चिंतित थे। रात में नर्मदा पट्टी के गांवों में ओला वृष्टि होने से किसानों की कई एकड़ में फसल तबाह हो गई। जानकारी के अनुसार विकासखंड सांईखेड़ा के पलोहाबड़ा, खैरी, भैंसा, अट्ठाइसा, धौखेड़ा, बम्हौरी कलां आदि क्षेत्रों के साथ सोकलपुर, भौंरगढ़, उसराय आदि क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि हुई है। बम्हौरी में सुबह नौ बजे तक भी ओले पिघले नहीं थे। सोकलपुर, भौंरगढ़ आदि में ओलों मोटी परत जम गई।
ओलों की मार से कई पक्षी भी मारे गए, कुछ जगहों पर सांप मरे पड़े मिले। यहां फसलों में शत प्रतिशत नुकसान की आशंका जताई गई है।
खेतों में जाकर किया नुकसान का आंकलन
शुक्रवार को गाडरवारा विधायक ने दौरा कर खेतों में हुए नुकसान का जायजा लिया एवं प्रशासन को किसानों को शीघ्र राहत पहुंचाने के निर्देश दिए । तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा ने भी पलोहा एवं आसपास के गांवों के खेतों का कलेक्टर दीपक सक्सेना के साथ जायजा लिया। इस दौरान जिपं अध्यक्ष संदीप पटैल, एसडीएम राजेश शाह एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
ओलावृष्टि से हुई फसलें बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग
पलोहाबड़ा में तेज हवाओं के साथ हुई ओलावृष्टि से आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में खड़ी फसलों को काफ ी नुकसान हुआ है। लगभग पंद्रह मिनट तक हुई ओलावृष्टि से जमीन पर बर्फ की चादर सी बिछ गई। ओलावृष्टि से चना गेहूं की फसल ढक गई, वहीं अरहर एवं गन्ना की फसल आड़ी हो गई। क्षेत्र के कृषकों ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर शीघ्र मुआवजा दिलाने की मांग की है।
Published on:
14 Dec 2019 05:32 pm
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