
जनपद चांवरपाठा का भवन जो कमजोर हो गया है, नया बनना है।
villagers are raising objections नरसिंहपुर. जिले में 4 जनपद पंचायतों का नया भवन बनना है। इसके लिए जगह चयन के साथ ही आगे की प्रक्रिया चल रही है। जिसमें कहीं चयनित भूमि पर काबिज अतिक्रमण से कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है तो कहीं ग्रामीण यह कहते हुए आपत्ति दर्ज करा रहे हैं कि जब गांव में ही पर्याप्त जगह है तो दूसरे मौजा में क्यों जनपद भवन बनाने जगह चयनित की जा रही है। जिले की चार में से दो जनपदों के लिए नया भवन बनाने जगह अलग से निर्धारित की जा रही है जबकि दो जनपदों के भवन पुराने भवनों के आसपास ही बनने की संभावना है।
जनपद पंचायत करेली का भवन बनाने के लिए हाइवे से लगकर जो जगह चयनित की गई है। उसमें अतिक्रमण की समस्या होने से यहां कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है। बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया है। जिससे राजस्व अमले के द्वारा यह कार्रवाई हो सके। वहीं जनपद पंचायत चांवरपाठा का भवन बनाने नैनवारा मौजा में जगह चयनित किए जाने से ग्रामीण नाराज हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम एक शिकायती आवेदन भी दिया है। जिसमें कहा है कि वर्ष 1964 से ग्राम चांवरपाठा में जनपद कार्यालय है। लेकिन अब नए भवन निर्माण के नाम पर इसे गांव से दूर ले जाया जा रहा है। जबकि नया भवन बनाने के लिए गांव में ही पर्याप्त जगह है। शिकायत में ग्रामीणों द्वारा नया भवन बनाने के लिए दूसरे मौजा में जगह चयनित करने की प्रक्रिया करने पर आरआइ और पटवारी के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं कि उनके द्वारा जानबूझकर गांव की शासकीय भूमि को नहीं बताया जा रहा है। शासन द्वारा जब जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नया भवन बनवाया जा रहा है तो फिर इसे जानबूझकर आबादी क्षेत्र से दूर क्यों बनाया जा रहा है। आबादी क्षेत्र से करीब 4-5 किमी दूर नया भवन बनने से लोगों को आने-जाने में परेशानी होगी। जबकि गांव में ही शासकीय भूमि पर नया भवन बनने से लोगों को राहत मिलेगी, आवागमन सुलभ रहेगा। ग्रामीणों द्वारा नए भवन के लिए चिन्हित हो रही जमीन के विरोध में सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायतें की जा रही हैं।
2102.68 लाख रुपए की लागत से होना है निर्माण
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने जिले में 2102.68 लाख रुपए की लागत से जनपद नरसिंहपुर, चांवरपाठा, गोटेगांव एवं करेली के लिए नया भवन बनाने की स्वीकृति दी है। जिससे प्रशासनिक अमला भवन निर्माण कराने के लिए जगह चयनित करने एवं आगामी प्रक्रियाओं में जुटा है। चारों जनपद कार्यालय अभी आबादी के बीच स्थित होने से लोगों की आवाजाही सुलभ है।
नरसिंहपुर-गोटेगांव में फिलहाल नहीं कोई आपत्ति
बताया जाता है कि नरसिंहपुर जनपद का भवन बनाने भी वर्तमान भवन के नजदीक जहां आवास बने हैं वहां कार्य होना प्रस्तावित है। इसी तरह गोटेगांव जनपद भवन के लिए भी वर्तमान भवन के पीछे तरफ की जगह प्रस्तावित है। इन दोनों जनपदों के लिए चयनित स्थानों पर फिलहाल कोई आपत्ति सामने नहीं आई है। जिससे माना जा रहा है कि कार्य के लिए इन्हीं स्थानों पर स्वीकृति की अंतिम मुहर लगेगी।
भवन दूर जाने से यह होगी प्रमुख समस्या
आबादी क्षेत्र से जुड़ाव खत्म हो जाएगा, जनपद क्षेत्र की पंचायतों से लोगों को आने-जाने में परेशानी होगी। बैंक, स्कूल, शिक्षा विभाग से दूरी रहेगी। दूसरा मौजा होने से ब्लाक मुख्यालय बदल जाएगा।
वर्जन
नरसिंहपुर, गोटेगांव में तो अभी जहां भवन हैं उसी के पास नए भवन बनेंगे। क्योंकि यहां जगह को कोई इश्यू सामने नहीं आया है। आरइएस के जरिए टेंडर प्रक्रिया होती है। करेली में चयनित जगह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होना है।
उदयप्रताप सिंह, एसीइओ नरसिंहपुर
जनपद चांवरपाठा के नए भवन की जगह को लेकर ग्रामीणों की क्या आपत्ति है इसका पता करते हैं। दिखवा लेते हैं कि कहां गांव में जमीन है। जनता की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा, हम पता करवाते हैं।
Published on:
25 Dec 2025 01:56 pm
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