
12 people lost their eyesight after operation in jharkhand
नई दिल्ली। झारखंड के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद 12 लोगों की आंख की रोशनी चली गई। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इसके बाद से परिजन अस्पताल में हंगामा कर रहे हैं। वहीं घटना के बाद से ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मौके से फरार हैं। इस पूरे मामले में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं।
निजी अस्पताल का है मामला
जानकारी के मुताहिक मामला राज्य के साहिबगंज के बरहरवा स्थित एक निजी अस्पताल झारखंड सेवा सदन नर्सिंग होम का है। यहां 5 और 7 अक्टूबर को करीब 12 लोगों की आंखों का ऑपरेशन किया था। जानकारी के मुताबिक इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने विशेष रूप से बाहर से डॉक्टरों को बुलाया था। मरीजों की आंखों का ऑपरेशन होने के बाद जब एक निश्चित समय बाद मरीजों की आंख से पट्टी खोली गई तो उन्होंने बिल्कुल भी न दिखाई देने की शिकायत की।
आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया था इलाज
इसके बाद से परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामें के बाद ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक मौके से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पीड़ितों का इलाज किया जा रहा था। मरीजों के डिस्चार्ज स्लिप पर बंगाल के कंसल्टेंट आई सर्जन डॉ. एचके विश्वास के नाम का मुहर लगा है। इस पूरे मामले में उक्त चिकित्सक भी नर्सिंग होम से फरार हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जिले के डीसी और सिविल सर्जन को मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि मामले में जो भी दोषी है उसे बक्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैली हुई है। वहीं मरीज और उनके परिजन सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। कुछ लोग इस मामले में आयुष्मान भारत योजना पर भी सवाल उठा रहे हैं।
Published on:
22 Oct 2021 11:44 pm
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