
Kisan Andolan: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने किसानों (Farmers Protest) के विरोध प्रदर्शन के मुद्दे को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। भाजपा पर हमला बोलते हुए यादव ने जोर दिया कि किसी भी सरकार को किसानों के प्रति अन्याय नहीं करना चाहिए और उनकी मांगों पर विचार-विमर्श करना जरूरी है।
मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव कहते हैं, हमें जमीनी स्तर पर अपनी व्यवस्था को सुधारना है, किसानों को समृद्ध बनाना है। लेकिन भाजपा ऊपर से अर्थव्यवस्था को देखती है और बड़े लोगों को अमीर बनाती है। कहीं भी कोई सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं कर सकती, उनकी मांगों पर चर्चा होनी चाहिए।
इससे पहले आज किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने शंभू और खन्नौर सीमाओं से किसानों को बेदखल करने के लिए केंद्र और पंजाब राज्य सरकार दोनों की निंदा की। किसान मोर्चा द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, पन्नू ने कहा कि आज वे किसानों पर "अत्याचार" के खिलाफ हरियाणा और पंजाब में उपायुक्तों के कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच, हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि हरियाणा पुलिस ने किसानों की आवाजाही को रोकने के लिए बॉर्डर पर लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटा दिए हैं, जहां वे विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। पुलिस अधिकारियों ने हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने बुधवार को कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर शामिल हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भाजपा नीत उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार के तहत राज्य की महिलाएं और बेटियां सबसे ज्यादा "असुरक्षित" हैं।
Updated on:
20 Mar 2025 02:23 pm
Published on:
20 Mar 2025 12:35 pm
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