
Amarnath Yatra 2023 : केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बीते दिनों 9 जून को श्री अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने यात्रा के पूरे मार्ग पर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि अमरनाथ यात्रियों को आसानी से दर्शन हों और उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। इस दौरान अमित शाह ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन से शिविर मार्ग तक व्यवस्था सुचारू करने पर जोर दिया। साथ ही तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए श्रीनगर और जम्मू से रात में भी हवाई सेवा उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करने के दिए निर्देश
समीक्षा बैठक में अमित शाह ने अधिकारियों को अमरनाथ दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों के लिए रुकने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की स्थिति में मार्ग को तुरंत खोलने के लिए मशीनों की तैनाती करने और बेहतर संचार व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
सभी तीर्थयात्रियों को दिए जाएंगे RFID कार्ड
बैठक के दौरान बताया गया कि श्री अमरनाथ यात्रा के सभी तीर्थयात्रियों को RFID कार्ड दिए जाएंगे, ताकि उनकी रियल टाइम लोकेशन का पता लगाया जा सके। प्रत्येक अमरनाथ यात्री के लिए 5 लाख और प्रत्येक पशु के लिए 50 हजार रुपये का बीमा किया जाएगा। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर टेंट सिटी, वाई-फाई हॉटस्पॉट और उचित रोशनी की व्यवस्था की जाएगी।
बाबा बर्फानी के ऑनलाइन-लाइव दर्शन की व्यवस्था
इसके अलावा यह भी तय किया गया कि आधार शिविर में बाबा बर्फानी के ऑनलाइन-लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मेडिकल बेड, एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की होगी तैनाती
गृह मंत्री ने बाबा अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त स्टॉक और उनकी रिफिलिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही चिकित्सकों की अतिरिक्त टीम उपलब्ध कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही उन्होंने किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल बेड, एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती के निर्देश दिए।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो के निदेशक, सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने भाग लिया।
पांच लाख से अधिक श्रद्धालु कर सकते हैं यात्रा
पिछले साल 2022 में करीब 3.45 लाख श्रद्धालुओं बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। वहीं इस बार यह यात्रा दो महीने तक चलेगी। ऐसे में इस साल यह संख्या पांच लाख के पार जाने का अनुमान है। इसके लिए श्राइन बोर्ड द्वारा संबंधित रूटों पर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। पारंपरिक बालटाल एक्सिस के लिए योजना, विकास व निगरानी विभाग के सचिव आईएएस डॉ. राघव लंगर और राजस्व विभाग के प्रशासनिक सचिव आईएएस डाॅ. पीयूष सिंगला को पहलगाम एक्सिस का नोडल अधिकारी बनाया है।
दोनों मार्गों पर लगेंगे 123 लंगर
इस बार पारंपरिक पहलगाम और बालटाल ट्रैक पर 123 लंगर लग रहे हैं। आगामी दिनों में जम्मू में देशभर से साधु संतों का पहुंचना भी शुरू हो जाएगा। ये साधु संत शहर का भ्रमण करके के बाद बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जाते हैं। यात्रियों के लिए पुख्ता सुरक्षा के साथ अन्य बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित बनाया जा रहा है।
Published on:
10 Jun 2023 10:07 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
