
Pawan Singh
Bihar Assembly Election 2025: आरा संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव (2024) लड़ने वाले भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह (Pawan Singh) ने मीडिया चैनल को दिए एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की जमकर तारीफ। इसके बाद से कयास लगाए जाने लगे हैं कि पवन सिंह जल्द ही बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) लड़ने को लेकर अपने फैंस को जानकारी दे सकते हैं। पवन सिंह के राजद (RJD) में एंट्री के कयास भी लगाए जा रहे हैं। इससे भोजपुरी इंडस्ट्री (Bhojpuri Film Industry) में उनके दोस्त व बीजेपी (BJP) के नेता निरहुआ, रवि किशन और मनोज तिवारी नाराज हो सकते हैं।
भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव की जमकर सराहना की है। उन्होंने तेजस्वी यादव को जमीनी नेता बताया है। पवन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव हर वर्ग के लोगों से जुड़कर बातें करते हैं। हमेशा गांव-गांव जाकर लोगों का हालचाल लेते हैं। मैं किसी भी व्यक्ति को निशाना नहीं बनाना चाहता हूं, लेकिन जब तेजस्वी यादव का इंटरव्यू सुनता हूं तो उनकी बातें दिल को छू जाती है। पवन सिंह ने कहा कि अगर तेजस्वी नौंवी फेल हैं तो मैं छठवीं पास हूं। मेरे पास काम करने वाले पढ़े लिखे लोग हैं। वह मेरे लिए काम करते हैं।
पवन सिंह ने शराबबंदी को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। पूरी तरह से शराब बंद करना सही फैसला नहीं था। एक सीमा तय करनी चाहिए थी। अगर उस लिमिट को कोई पार करता तो सजा देनी चाहिए थी। उन्होंने आगे कहा कि शराबबंदी से नुकसान भी हुआ है। असली शराब से कम से कम अस्पताल जाने का मौका रहता है, लेकिन देसी शराब सीधे जान ले लेती है। पवन सिंह ने कहा कि मन में एक मलाल है। यूपी में जो सुविधाएं और व्यवस्था मिलती है, वैसी बिहार में नहीं है। कौन चाहता है कि अपने घर से दूर रहे।
महाराष्ट्र में भाषाई विवाद को लेकर पवन सिंह ने कहा कि मुझे मराठी नहीं आती है। मेरा जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ, तो क्या मैं बंग्ला बोलूं। मुझे जो भाषा आती है वह बोलूंगा और काम भी महाराष्ट्र में करूंगा। यह हिंदुस्तान है। यहां हर जगह हिंदी बोलने का अधिकार है। ऐसी बातें जहां से भी आ रही हैं। वह केवल अहम है।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने उन्हें पहले पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया, लेकिन बाद में टिकट ले लिया गया। बताया गया कि उनके बंगाल पर एक गाने को लेकर बीजेपी सियासी तौर पर घिर रही थी। उसके बाद उन्होंने बिहार के काराकट संसदीय सीट से पार्टी से टिकट की डिमांड की, लेकिन टिकट नहीं मिला। बीजेपी के सहयोगी रालोम प्रमुख उपेंद्र काराकट से चुनावी मैदान में उतरे। लेकिन, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पवन सिंह ने पर्चा भर दिया। इसके कारण उपेंद्र को माले प्रत्याशी के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
Updated on:
12 Jul 2025 12:46 pm
Published on:
12 Jul 2025 12:45 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
