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Bhopal Express: विजिलेंस के निशाने पर आए 3 TTE, बेनामी कैश बरामद, बड़े ‘खेल’ की आशंका

Railway vigilance raid: भोपाल एक्सप्रेस के तीन टीटीई को निलंबित किया गया है। उनके पास से विजिलेंस की टीम ने नकदी बरामद की, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं था।

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Railway News

भोपाल एक्सप्रेस अक्सर फुल चलती है। (PC: AI)

Bhopal Express TTE suspended: भोपाल और दिल्ली के बीच चलने वाली भोपाल एक्सप्रेस अक्सर फुल रहती है। वंदे भारत जैसी फास्ट ट्रेनों के बीच भी इसका जलवा बरकरार है। हाल ही में इस ट्रेन के 3 टीटीई विजिलेंस के निशाने पर आए। विजिलेंस की टीम ने इनके पास से करीब 40 हजार की नकदी बरामद की, जिसका इनके पास कोई हिसाब-किताब नहीं था। यह रकम सुनने में भले ही छोटी लगे, लेकिन एक बड़े 'खेल' की तरफ इशारा करती है। फिलहाल तीनों आरोपी टीटीई को सस्पेंड कर दिया गया है।

कुल इतनी रकम मिली

जानकारी के मुताबिक, विजिलेंस की टीम ने ट्रेन नंबर 12156 निजामुद्दीन-रानी कमलापति एक्सप्रेस में 11 दिसंबर को चेकिंग की थी। इस दौरान ट्रेन में सवार तीनों टीटीई (ट्रेवलिंग टिकट एक्जामिनर) से करीब 40 हजार नकदी बरामद की गई, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं था। पहले TTE से 8500 रुपए, दूसरे से 13550 रुपए और तीसरे से 14850 रुपए जब्त किए गए। इस तरह कुल 36,900 रुपए की अघोषित राशि बरामद हुई। विजिलेंस की टीम ने फर्स्ट AC में दो टीटीई को सोता भी पाया।

क्या कहता है नियम?

रेलवे के नियमों के अनुसार, ट्रेन में सवार होने से पहले टीटीई को अपने पास मौजूद कैश की जानकारी देनी होती है। उन्हें नोटों के डिनॉमिनेशन से लेकर सबकुछ डिक्लेयर करना पड़ता है। ऐसे में भोपाल एक्सप्रेस के TTEs के पास से करीब 40 हजार की बेनामी रकम मिलना बड़े खेल की तरफ इशारा करता है। टीटीई के पास से मिली इस रकम को सरकारी खजाने में जमा करा दिया गया है।

करप्शन पर लगाम कब?

आरोप लगते रहे हैं कि TTE पैसे लेकर अनधिकृत यात्रियों को सफर कराते हैं। ऐसे में एक दिन के 40 हजार से महीने की कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। भोपाल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में, जिनके फुल चलने का दावा किया जाता है, ऐसे आरोप और भी ज्यादा गंभीर हो जाते हैं। रेल सूत्रों का कहना है कि इस तरह मामले लगातार सामने आते रहते हैं, मगर गंभीरता नहीं बरती जाती। भोपाल रेल मण्डल के सीनियर DCM (डिविजनल कमर्शियल मैनेजर) की छवि भले ही एक ईमानदार अधिकारी की हो, लेकिन वह इस तरह के करप्शन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

रिपोर्ट का है इंतजार

वहीं, भोपाल रेल मण्डल के पीआरओ नवल अग्रवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विजिलेंस की प्राथमिक सूचना के आधार पर तीनों TTEs को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है। विजिलेंस की विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।