बिहार सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। परिवहन विभाग सितंबर तक सभी जिला मुख्यालयों में 80 नई पिंक बसें शुरू करने की योजना बना रहा है। यह पहल महिलाओं और छात्राओं के लिए सुरक्षित, सुलभ और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) ने मई 2025 में पहले चरण में 20 सीएनजी पिंक बसों का परिचालन शुरू किया था, जो पटना, मुजफ्फरपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा में चल रही हैं। इनमें से 8 बसें पटना, 4 मुजफ्फरपुर, और बाकी जिलों में 2-2 बसें संचालित हो रही हैं। इन बसों की सफलता के बाद अब 80 नई बसें लाने की तैयारी है, जिनमें से 35 बसें राजधानी पटना में चलेंगी, जबकि शेष अन्य प्रमुख जिलों में संचालित होंगी।
पिंक बसें पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित हैं और इनमें सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। बसों में जीपीएस ट्रैकिंग, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे, सेनेटरी पैड, मेडिकल किट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और आरामदायक सीटें उपलब्ध हैं। किराया भी किफायती रखा गया है, जो 6 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 25 रुपये तक है। छात्राओं के लिए मासिक पास 400 रुपये और कामकाजी महिलाओं के लिए 550 रुपये में उपलब्ध है।
इस परियोजना को पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित करने की योजना है। बस चालक, कंडक्टर और नोडल अधिकारी सभी महिलाएं होंगी। पहले चरण में 500 महिला चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पटना में 16, गया और भागलपुर में 4-4 महिला कंडक्टरों को पहले ही नियुक्त किया जा चुका है। नोडल अधिकारी ममता कुमारी और सहायक नोडल अधिकारी कुमारी बीरबाला ने इसे महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
पिंक बस सेवा को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। पटना में रोजाना 1500 से 2000 महिलाएं और छात्राएं इस सेवा का लाभ उठा रही हैं। महिला यात्री इसे सुरक्षित और आरामदायक बता रही हैं।
Published on:
06 Jul 2025 10:26 am