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Bihar Election Result 2025: बीजेपी ने रचा इतिहास, 45 साल में सबसे बड़ी जीत

Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आ रही है। 45 साल में सबसे बड़ी जीत दर्ज करती हुई नजर आ रही है।

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पीएम मोदी

पीएम मोदी (Photo-IANS)

Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने लग गए हैं। इस चुनाव में भी पीएम मोदी का जादू चलता नजर आ रहा है। बिहार बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आ रही है। चुनाव आयोग के शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) लगभग 202 सीटों पर आगे चल रहा है, यह बहुमत के आंकड़े 122 से काफी ऊपर है।

45 साल बाद बिहार में ऐतिहासिक जीत

अभी वोटों की गिनती चल रही है। बीजेपी ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की है और 76 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यह पिछले 45 वर्षों में बिहार में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत का संकेत है। ये आंकड़े बिहार की राजनीतिक दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव दर्शाते हैं।

2010 में एनडीए को मिली थीं 206 सीटे

आपको बता दें कि 2010 के विधानसभा चुनाव में एनडीए यानी जेडीयू-भाजपा की मजबूत साझेदारी से संचालित था। उस समय एनडीए ने 243 में से 206 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की थी। वहीं, जेडीयू के खाते में 115 और भाजपा ने 91 सीटें जीती थीं। 2015 में तस्वीर बदल गई, जब नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के नेतृत्व में महागठबंधन के गठन के बाद भाजपा 53 सीटों पर सिमट गई।

2020 विधानसभा चुनाव का मुकाबला

पिछले 2020 के विधानसभा चुनाव में सबसे कड़ा मुकाबला हुआ। एनडीए 125 सीटों के साथ बहुमत से थोड़ा ही ऊपर पहुंच पाया, जबकि महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं। इस चुनाव में राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, उसके बाद भाजपा 74 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर थी। जद (यू) 43 सीटों पर सिमट गई थी।

बीजेपी ने पाई खोई हुई जमीन

हालांकि, 2025 के रुझान उस पैटर्न के नाटकीय उलट होने का संकेत देते हैं। भाजपा ने न केवल अपनी खोई हुई जमीन वापस पा ली है, बल्कि परिदृश्य पर हावी होने के लिए तैयार भी दिखाई दे रही है। राजद और यहां तक ​​कि अपने लंबे समय के सहयोगी, जद (यू) को भी बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 2005 में 37 सीटें, 2000 में 67 सीटें, 1995 में 41 सीटें, 1990 में 39 सीटें, 1985 में 16 सीटें और 1980 में 21 सीटें अपने नाम की थीं।