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बिहार में DEO के घर पड़ा छापा तो निकला नोटों का पहाड़, विजलेंस टीम भी चौंकी

बेतिया में जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के आवास पर सतर्कता विभाग ने कथित आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी की।

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पटना

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Anish Shekhar

Jan 23, 2025

विशेष सतर्कता इकाई (एसवीयू) ने गुरुवार को बेतिया और अन्य स्थानों पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) रजनीकांत प्रवीण से जुड़ी कई संपत्तियों पर एक साथ छापेमारी की। बिहार एसवीयू के अतिरिक्त महानिदेशक पंकज कुमार दाराद के निर्देशन में की गई छापेमारी में प्रवीण के सरिसवा रोड स्थित किराए के आवास, जिला शिक्षा कार्यालय और बेतिया में एनएच 727 पर यामाहा शोरूम के पास एक निजी ट्रस्ट कार्यालय को निशाना बनाया गया।

1.87 करोड़ रुपये की संपत्ति

कार्रवाई में दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर में अतिरिक्त संपत्तियों की भी जांच की गई। प्रारंभिक जांच में करीब 1.87 करोड़ रुपये की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला है, जो कथित तौर पर प्रवीण के 2005 में सेवा में शामिल होने के बाद से अवैध रूप से अर्जित की गई है। अधिकारियों के अनुसार, यह संपत्ति उनकी 19-20 साल की सेवा के दौरान आय के वैध स्रोतों से काफी अधिक है।

एक स्कूल भी चला रहे

बिहार शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी प्रवीण दरभंगा, समस्तीपुर और अन्य जिलों में पदों पर रह चुके हैं। जांच में आरोप लगाया गया है कि प्रवीण ने अवैध तरीकों से काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित की। आगे की जांच में पता चला कि प्रवीण की पत्नी सुषमा कुमारी, जो एक पूर्व अनुबंध शिक्षिका हैं, अब दरभंगा में ओपन माइंड बिरला स्कूल की निदेशक और वास्तविक मालिक हैं। जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि स्कूल का संचालन प्रवीण की कथित अवैध गतिविधियों के माध्यम से प्राप्त धन का उपयोग करके किया जाता है। शिक्षक संगठनों ने पहले प्रवीण पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसने जांच शुरू करने में योगदान दिया। सतर्कता विभाग से मामले की जांच जारी रखने की उम्मीद है, जो डीईओ से जुड़ी निधियों और अतिरिक्त संपत्तियों के प्रवाह का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।