
सीएम नीतीश कुमार ने हटाया हिजाब। (फोटो- IANS)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में नियुक्ति पत्र बांटने के दौरान मंच पर जिस मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब हटाया था, उसने अब तक नौकरी ज्वाइन नहीं की है। इस बीच, पटना के सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बड़ा अपडेट दिया है।
डॉ अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि संबंधित महिला डॉक्टर की ज्वाइनिंग अभी भी हो सकती है, बशर्ते स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी मिल जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ज्वाइनिंग की डेडलाइन के बाद पहले भी एक्सटेंशन दिए गए हैं।
डॉ सिंह ने शनिवार को मौजूदा ज्वाइनिंग प्रक्रिया को साफ करते हुए कहा कि ड्यूटी ज्वाइन करने का आधिकारिक समय शनिवार शाम 6 बजे तक तय है, लेकिन अगर स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में कोई फैसला लेता है तो एक्सटेंशन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले प्रशासनिक प्रकृति के होते हैं और पहले भी देरी से ज्वाइन करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। डॉ सिंह ने शनिवार को कहा- अगर वह (मुस्लिम महिला डॉक्टर) ज्वाइन करने आती हैं, तो हम उनका योगदान लेंगे और उन्हें लेटर देंगे। इसके बाद वह नौकरी करेंगी।
सिविल सर्जन ने कहा- ज्वाइनिंग शनिवार सिर्फ शाम 6 बजे तक ही संभव है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अगले दिन ज्वाइनिंग नहीं हो सकती, लेकिन यह फैसला स्वास्थ्य विभाग लेता है।
सिविल सर्जन ने आगे कहा कि ज्यादातर चुने गए डॉक्टरों ने पहले ही अपनी-अपनी पोस्टिंग ज्वाइन कर ली है। कुछ ही उम्मीदवार ज्वाइनिंग की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए बचे हैं। अब दिया गया कोई भी एक्सटेंशन बिना किसी भेदभाव के ऐसे सभी उम्मीदवारों पर लागू होगा।
डॉ सिंह ने कहा कि ज्वाइनिंग प्रक्रिया शनिवार को पूरी नहीं हो पाई। हमें उम्मीद है कि महिला डॉक्टर आएंगी और ज्वाइन करेंगी। ज्वाइनिंग की तारीख बढ़ाई जा सकती है। ऐसा पहले भी हुआ है। अभी भी 12 डॉक्टर बचे हैं और अगर समय बढ़ाया जाता है, तो यह सभी के लिए बढ़ाया जाएगा। 63 डॉक्टरों ने ज्वाइन कर लिया है और 12 अभी भी बचे हैं।
हिजाब विवाद एक सार्वजनिक कार्यक्रम के वीडियो के वायरल होने के बाद शुरू हुआ, जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक मुस्लिम महिला डॉक्टर के हिजाब को छूते हुए और उसे हटाते हुए दिख रहे थे। इस वीडियो की छात्रों, मेडिकल बिरादरी के सदस्यों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने आलोचना की।
इससे पहले शुक्रवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला डॉक्टर की क्लासमेट बिलकिस परवीन ने इस काम को अनुचित बताया और सहमति के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी की सहमति के बिना छूने का अधिकार नहीं है। साथ ही उन्होंने पुष्टि की थी कि महिला डॉक्टर 20 दिसंबर को सदर अस्पताल में ड्यूटी ज्वाइन करेंगी।
Published on:
21 Dec 2025 09:29 am
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