नई दिल्लीPublished: Jan 10, 2023 04:12:45 pm
Prabhanhu Ranjan
Joshimath Sinking: जोशीमठ में जमीन धंसने का सिलसिला जारी है। जिससे यहां के मकानों में दरारें बढ़ती ही जा रही है। इस बीच मंगलवार को प्रशासन ने असुरक्षित मकानों को गिराने का अभियान शुरू कर दिया है। जीवन भर की कमाई से बने मकान को छोड़ने का दर्द लिए लोग भारी मन से अपने सामानों को हटा रहे हैं।
Joshimath Sinking: जोशीमठ को बचाने के लिए सरकार ने असुरक्षित मकानों को गिराने का फैसला लिया है। मंगलवार से इस अभियान की शुरुआत भी हो गई है। इस अभियान के तहत उन होटल, घर और भवनों को ढहाया जा रहा है, जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया जा चुका है। कार्रवाई की शुरुआत दो होटलों से हुई है। सबसे पहले टीम ने होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जाएगा। इस दौरान 60 मजदूरों के साथ ही दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक मौजूद है। इन दो होटलों के बाद आस-पास के अन्य मकानों को गिराया जाएगा। इस बीच ढहाए जा रहे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। बुलडोजर पहुंचते ही कुछ लोगों ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी। लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की। इस बीच मंगलवार को जोशीमठ पहुंचे केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने लोगों को दिलासा दिलाने हुए मुआवजे पर एक बड़ी बात कही।