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Covid-19 : क्या ओमिक्रोन से हो रही है कोरोना महामारी के अंत की शुरुआत

दुनिया भर में ओमिक्रोन के संकट के बीच एक अच्छी खबर यह है कि अगले साल यानी 2022 में कोरोना महामारी का अंत हो सकता है। नयी वैक्सीन, बूस्टर डोज के बारे में नई शोध से इस बात को बल मिला है। कहा जा रहा है कि यह नया वेरिएंट कोरोना महामारी की अंत की शुरुआत है।

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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा है कि 2022 में कोरोना महामारी का अंत हो जाना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है अगले साल के अंत तक पूरी दुनिया का वैक्सीनेशन हो जाएगा| साल की पहली तिमाही में ज्यादा जोखिम वाली जनसंख्या को बूस्टर डोज भी लग जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा है कि महामारी के आए हुए 2 साल हो चुके हैं अब हम वायरस को अच्छी तरह समझ चुके हैं और हमारे पास इससे लड़ने के सभी विकल्प मौजूद हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस ऐलान से पहले भी कई वैज्ञानिक कह चुके हैं ओमिक्रोन वेरिएंट से संकेत मिलता है कि अब कोरोना फ्लू जैसी साधारण बीमारी बन कर रह जायेगी। अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि ओमीक्रोन की लहर से महामारी का अंत हो जाएगा। विश्वविख्यात वायरोलॉजिस्ट डॉ डेविड का कहना है कि ओमिक्रोन वैरिएंट ही महामारी को एंडेमिक यानी स्थानिक बीमारी बना देगा। वैज्ञानिकों की एक थ्योरी यह भी है कि संक्रमण की दर बहुत ज्यादा होने से लोगों में प्राकृतिक यूनिटी बन जाएगी जिससे आगे आने वाले वेरिएंट से सुरक्षा मिलेगी। इसीलिए ओमीक्रोन संक्रमण फैल तो रहा है लेकिन उसकी गंभीरता कम है।

ओमिक्रोन एक अत्यधिक संक्रामक वेरिएंट तो जरूर है। लेकिन इसके कारण गंभीर बीमारी या मौतें ज्यादा नहीं हुई हैं। दक्षिण अफ्रीका में हुए एक नए शोध से पता चला है कि डेल्टा के मुकाबले इस वैरीअंट से संक्रमित लोगों के हॉस्पिटल में भर्ती होने की संख्या में काफी कम है। ऐसा ट्रेंड आयरलैंड और इंग्लैंड में भी देखा गया है। इस नए वैरीअंट के बारे में एक हैरान करने वाली बात यह भी है कि इसका संक्रमण इतना तेजी से फैला उतनी ही तेजी से नीचे भी आया है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2022 से जो उम्मीदें बंधी है उनमें आम लोगों का सबसे बड़ा योगदान होगा। यह योगदान होगा वैक्सीन लगवाने का, मास्क लगाने का, जो लोग एक डोज के बाद दूसरा डोज लेना भूल गए हैं उन्हें दूसरी डोजे लगवाने का, इसमें किसी तरह की कोई कोताही खुद को और दूसरों को मुश्किल में डाल सकती है। इसके बाद नंबर आता है एहतियात बरतने का इसमें भीड़ से दूर रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें, सही किस्म और सही तरीके से मास्क लगायें आदि।