
Cyber Fraud: केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर विंग ने एडवाइजरी जारी कर आम लोगों से कहा है कि किसी भी सरकारी दफ्तर से ई-मेल पर संदिग्ध mail मिलने पर Email में दिए नाम को इंटरनेट की मदद से चेक करना चाहिए। साथ ही संबंधित विभाग की साइबर अपराध यूनिट में कॉल कर आधिकारिक नाम के बारे में पूछताछ करनी चाहिए।
भारतीय साइबर अपराध कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने कहा कि लोगों को सरकारी ई-नोटिस के आड़ में फर्जी ई-मेल से सतर्क रहना होगा। यह लोगों को साइबर धोखाधड़ी का शिकार बना सकता है। लोगों को ऐसे ई-मेल पर क्लिक करने से पहले कुछ सुझाव दिए गए हैं। जैसे लोगों को चेक करना है कि क्या ई-मेल किसी आधिकारिक सरकारी वेबसाइट से आया है। किसी भी सरकारी ई-मेल में दिए अधिकारी के नाम को वेरिफाई करें और संबंधित विभाग में फोन कर इसकी पुष्टि करें। किसी भी ऐसे ई-मेल का जवाब नहीं देना है, जिसमें कुछ भी संदिग्ध लगे। ऐसे मामलों की सूचना पास के पुलिस स्टेशन या साइबर पुलिस स्टेशन को दी जानी चाहिए। साइबर अपराध से निपटने के लिए मंत्रालय की साइबर विंग ने पिछले साल अगस्त में भी एडवाइजरी जारी की थी। इसमें लोगों को सरकारी वेबसाइट की आड़ में नकली ई-मेल के प्रति सतर्क किया गया था। नकली ई-मेल में I4C, इंटेलीजेंस ब्यूरो और दिल्ली पुलिस के लोगो का गलत इस्तेमाल किया गया, ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके।
पिछले हफ्ते केंद्रीय सचिवालय के कई अधिकारियों को फर्जी ई-मेल भेजे गए थे। इनमें कहा गया कि ये एमईए की मैसेजिंग टीम की तरफ से जारी किए गए। संदिग्ध ई-मेल और साइबर अपराध के किसी भी मामले की शिकायत
Published on:
15 Jul 2024 12:36 pm
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