
जम्मू में मंडरा रहा भूस्खलन और बादल फटने का खतरा। (फोटो- IANS)
उत्तराखंड में भूस्खलन और बादल फटने से अब तक कई लोगों की जान चली गई है। वहीं, कुछ लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। इस बीच, जम्मू में भी अब भूस्खलन और बादल फटने का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
दरअसल, पिछले 24 घंटों में जम्मू शहर में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जिसकी वजह से बसंतर नाला खतरे के निशान से ऊपर है। भारी बारिश को देखते हुए अधिकारियों ने सांबा में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि सुबह 8 बजे नाले का जलस्तर छह फुट तक पहुंच गया, जो निकासी के निशान को पार कर गया है। नाले के लिए निर्धारित चेतावनी स्तर चार फुट है, जबकि खतरे का स्तर 4.5 फुट और निकासी का स्तर छह फुट निर्धारित किया गया है।
निचले इलाकों और नदी के किनारे रहने वाले लोगों को पानी के पास न जाने की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने निवासियों को सतर्क रहने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा सलाह का पालन करने की सलाह दी है।
उधर, भरी बारिश को लेकर जम्मू के जिला अधिकारी भी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। जलस्तर और बढ़ने की स्थिति में राहत और बचाव दल को तैयार रखा गया है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि अगले 48 घंटों में अनंतनाग, कुलगाम, डोडा, जम्मू, कठुआ, सांबा, किश्तवाड़, रियासी, रामबन, राजौरी, पुंछ और उधमपुर जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जम्मू में बादल फटने/बाढ़/भूस्खलन की संभावना है। सतर्क रहें। आपात स्थिति में 112 डायल करें। उधर मौसम विभाग ने भी कहा है कि अगले 48 घंटे यानी कि 26 अगस्त तक जम्मू, रियासी, सांबा, कठुआ, उधमपुर और राजौरी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
Published on:
24 Aug 2025 11:59 am
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