सुबह तक 500 के पार हो सकती है एक्यूआई
बताया गया कि इस बार दिल्ली में पिछली साल की तुलना में सिर्फ 50 फीसदी पटाखे ही जलाए गए हैं। वहीं दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण का स्तर मध्यरात्रि तक ‘गंभीर’ की श्रेणी में पहुंच सकता है। इसके साथ ही शुक्रवार सुबह तक पीएम 2.5 प्रदूषण के स्तर में तेज वृद्धि दर्ज की जा सकती है और एक्यूआई 500 के स्तर को पार कर सकता है। बता दें कि एक्यूआई 300 के स्तर से ऊपर होने पर स्थिति गंभीर मानी जाती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो दिल्ली का पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई बृहस्पतिवार को 382 पर पहुंच गया, जो बुधवार को 314 था। वहीं मंगलवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 और सोमवार को 281 था। शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, तथा 401 और 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
गौरतलब है कि सर्दियों का मौसम आते ही हर साल दिल्ली की हवा खराब होने लगती है। दिल्ली सरकार इसके लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार बताती है। केजरीवाल सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में किसान धान की फसल कटने के बाद बड़ी मात्रा में पराली जलाते हैं, जिससे दिल्ली की हवा प्रदूषित हो जाती है।