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दिल्ली धमाके के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर गिरी गाज, सरकार ने रद्द की सदस्यता

Delhi Blast: दिल्ली में लाल किला के पास हुए आतंकी हमले के बाद एशोसिएशन ऑफ इंडियन यूनियन (AIU) ने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी है।

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Al-Falah University

अल-फलाह यूनिवर्सिटी (फाइल फोटो)

Delhi Blast: देश की राजधानी दिल्ली में 10 नवंबर की शाम लाल किले के पास हुए कार धमाके में अब तक 13 लोगों जान जा चुकी है। वहीं, करीब दो दर्जन घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। दिल्ली ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियों देशभर में छापेमारी कर रही हैं। केंद्र सरकार ने इसको आतंकी हमला करार दिया है। इस मामले में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी का नाम सामने आया है। अब खबर आ रही है कि इस यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी गई है।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द

दिल्ली ब्लास्ट के बाद एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी है। संघ ने एक आधिकारिक पत्र के जरिए इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब यह यूनिवर्सिटी AIU का नाम या लोगो का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। अल-फलाह को तत्काल प्रभाव से AIU का लोगो हटाने का निर्देश दिया गया है।

AIU ने जारी किया बयान

संस्था ने कहा कि सदस्यता रद्द की जाती है क्योंकि विश्वविद्यालय अच्छी स्थिति में नहीं दिखता है। संस्था ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह सूचित किया जाता है कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) के उपनियमों के अनुसार, सभी विश्वविद्यालयों को तब तक सदस्य माना जाएगा जब तक वे अच्छी स्थिति में रहते हैं।

इसलिए रद्द की सदस्यता

हालांकि, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह पता चला है कि अल-फलाह विश्वविद्यालय, फरीदाबाद, हरियाणा की स्थिति अच्छी नहीं है। तदनुसार, अल-फलाह विश्वविद्यालय, फरीदाबाद, हरियाणा को दी गई एआईयू की सदस्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित की जाती है।

यूनिवर्सिटी के धन के लेन-देन की ईडी जांच के आदेश दिए

वहीं, केंद्र सरकार ने अल फलाह विश्वविद्यालय के सभी रिकॉर्डों की फोरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है। दिल्ली धमाके के बाद यूनिवर्सिटी वर्तमान में जांच के दायरे में है, क्योंकि संदिग्धों का इससे संबंध है। इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि सरकार ने ईडी और अन्य वित्तीय जांच एजेंसियों से इस संस्थान के धन के लेन-देन की जांच करने को कहा है।