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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर AI से रखी जाएगी नजर, ट्रैफिक रूल तोड़ा तो मोबाइल पर आएगा चालान, जानिए कैसे काम करती है मशीन

Delhi Mumbai Expressway : देश के सबसे हाईटेक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। जुलाई के पहले सप्ताह से इस एक्सप्रेसवे पर ऑटोमेटिक ट्रॉफिक मैनेजमेंट सिस्टम काम करना शुरू होने जा रहा है। ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस इस तकनीक के जरिए ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले वाहन की पहचान कर उसके चालक के मोबाइल पर चालान भेजा जाएगा।

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Delhi Mumbai Expressway

Delhi Mumbai Expressway

Delhi Mumbai Expressway : ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने तैयारी कर ली है। अगले महीने यानी जुलाई के पहले सप्ताह से एक्सप्रेसवे पर ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम काम करना शुरू कर देगा। यह सिस्टम ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले वाहनों की पहचान करेगी। इसके साथ ही संबंधित राज्य की पुलिस को वाहन की फोटो और वीडियो भेजा जाएगा। ट्रैफिक पुलिस नियमानुसार वाहन का चालान काटकर उसके मालिक के मोबाइल पर जानकारी भेजेगी। कंट्रोल रूम के अलावा राजस्थान के दौसा, मध्य प्रदेश, गुजरात और मुंबई में भी एक-एक उप यातायात प्रबंधन केंद्र बनाए जाएंगे।


चार माह में 1 लाख वाहनों ने किया ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन

आपको बता दें कि 13 फरवरी, 2023 को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 220 किलोमीटर का पहला हिस्सा खोला गया था। यह सोहना के अलीपुर से शुरू होकर राजस्थान के दौसा तक शुरू हुआ। इस एक्सप्रेसवे पर चार महीने में तब से अब तक एक लाख वाहन चालकों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है। ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की मदद से यह आंकड़ा सामने आया। हालांकि इन पर कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन अब ये मनमानी नहीं चलेगी।

तेज गति में दौड़ाते हैं वाहन

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से एक दिन में 11 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। इनमें सबसे ज्यादा ट्रक और कार है। इस एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन, ट्रैक्टर, ऑटो आदि चलाने की अनुमति नहीं दी गई है। बावजूद लोग नियमों को दरकिनार कर वाहनों को गलत दिशा में दौड़ाते हैं। कुछ कार चालक एक्सप्रेसवे पर ज्यादा स्पीड में वाहनों को चलाते है। एनएचएआई के अनुसार कई बार मार्ग पर कार की स्पीड 200 किलोमीटर से भी ज्यादा की होती है।

75 किलोमीटर में सीसीटीवी कैमरे

एक्सप्रेसवे पर 75 किलोमीटर दायरे में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम पूरा हो गया है। सोहना के अलीपुर में यातायात प्रबंधन केंद्र बनाया है। कंट्रोल रूम में हेल्थ डैशबोर्ड भी तैयार किया गया है। एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरा, माइक और रेंज डिवाइस की रोजाना कंट्रोल रूम में जानकारी मिलेगी, ये सही चल रहे हैं या नहीं। यदि कुछ खराबी पाई जाएगी तो इसकी जानकारी तुरंत मिलेगी और उसको तय समय में ठीक करवाया जा सकेगा।

ऐसे काम करती है मशीन

यह ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से लैस है। यह तुरंत ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले वाहनों की पहचान कर लेगी। इसके बाद यह एआई बेस्ड सिस्टम संबंधित वाहनों की जानकारी, जिनमें फोटो और वीडियो, पुलिस को भेजेगा। इसके बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के मोबाइल पर चालान भेजा जाएगा।