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Xiaomi India के पूर्व चीफ ने प्रदूषण के कारण छोड़ा दिल्ली, बोले- मुझे मजबूरन पहले…

दिल्ली में प्रदूषण से हालात बेहद खराब हैं। इस बीच, Xiaomi India के पूर्व चीफ और टेक ग्रुप G42 के मौजूदा CEO मनु कुमार जैन ने समय से पहले दिल्ली छोड़ दिया है।

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शाओमी इंडिया के पूर्व चीफ ने गंभीर प्रदूषण के कारण छोड़ा दिल्ली। (फोटो- X/@manukumarjain)

दिल्ली की हवा इन दिनों बेहद खराब हो गई है। राजधानी में शनिवार सुबह एक्यूआई का स्तर 359 तक पहुंच गया। इस बीच, नोएडा इलाके की हवा भी 'खराब' कैटेगरी में बनी रही, सेक्टर 125 में एक्यूआई 434 रिकॉर्ड किया गया। सुबह-सुबह शहर के कुछ हिस्सों में जहरीले स्मॉग की परत छाई रही।

अब दिल्ली में प्रदूषण की समस्या वहां रहने वालों और आने वालों को काफी नुकसान पहुंचा रही है। लोगों को सिरदर्द, खांसी और गले में खराश जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रदूषण से परेशान हुए मनु जैन

इस बीच, Xiaomi India के पूर्व चीफ और टेक ग्रुप G42 के मौजूदा CEO मनु कुमार जैन ने हाल ही में अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रदूषण से उपजी समस्या का खुद अनुभव किया।

उन्होंने मास्क पहने हुए अपनी एक इन-फ्लाइट फोटो शेयर भी की, जिसमें उन्होंने बताया कि शहर की खराब एयर क्वालिटी ने उनके आने के कुछ ही घंटों में उन पर कैसे असर डाला?

क्या बोले जैन?

जैन ने अपना अनुभव साझा करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा- कुछ जरूरी मीटिंग्स के लिए एक दिन के लिए दिल्ली में था, इस दौरान मुझे एहसास हुआ कि मैं यहां के एयर पॉल्यूशन से कितना दूर हो गया हूं। कुछ ही घंटों में मेरी आंखों से पानी आने लगा, गले में जलन होने लगी, मुझे खांसी आती रही और हल्का सिरदर्द भी हुआ (मैं अपना N95 मास्क भूल गया था, इसलिए असर और भी ज्यादा हुआ)।

जैन ने आगे लिखा- यह बात मुझे पर्सनली ज्यादा परेशान करती है क्योंकि मैं दिल्ली NCR (मेरठ) के पास पला-बढ़ा हूं। आईआईटी दिल्ली में पढ़ा हूं। मुझे यह जगह बहुत पसंद है। यहां की एनर्जी, लोग, खाना और भी बहुत कुछ।

मजबूरन पहले की फ्लाइट लेनी पड़ी

उन्होंने आगे लिखा- मुझे मजबूरन पहले की फ्लाइट लेनी पड़ी। ऐसे अनुभव याद दिलाते हैं कि हमें एयर क्वालिटी के मामले में अभी बहुत कुछ करना है। किसी को दोष नहीं दे रहा। इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि हम इसे बदल सकते हैं और अपने बच्चों के लिए एक असली बदलाव ला सकते हैं - ताकि वे साफ हवा में सांस लेते हुए बड़े हो सकें।