
पुलिस ने आरोपियों को सड़क पर घुमाया। फोटो- X/@Darshan_Ysj
आंध्र प्रदेश में एक चौंकाने वाली घटना हुई है। यूएसआरकांग्रेस पार्टी (YSRCP) के कार्यकर्ताओं ने शराब के नशे में पश्चिम गोदावरी जिले के ईस्ट चोडावरम गांव में पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के बैनर के सामने एक बकरे का सिर काट दिया।
इस मामले में पुलिस ने तुरंत YSRCP के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें कट्टुला रमेश, पुट्टा नवीन और कोंडा बट्टुला साई शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद उन्हें मुख्य सड़क पर भी घुमाया।
यह घटना शुक्रवार रात को हुई। इस दिन जगन मोहन रेड्डी के जन्मदिन को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें नशे में धुत होने के बाद पूर्व सीएम के समर्थकों ने बकरे की बलि दे दी।
अब इस घटना से लोगों के बीच नाराजगी है।पश्चिम गोदावरी जिले में इस घटना को लेकर भारी बवाल मचा है। लोगों ने तोड़फोड़ तक कर दी है।
पुलिस के अनुसार, YSRCP कार्यकर्ताओं ने फ्लेक्स बैनर लगाए और पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के जन्मदिन के मौके पर 'गंगम्मा जतारा' कार्यक्रम के दौरान 'रप्पा रप्पा' के नारे लगाए।
इसके बाद बकरे की बलि दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव की स्थिति है। बवाल को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश की राजनीति के प्रमुख चेहरा हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के पुत्र हैं। राजनीति में प्रवेश से पहले वे सफल व्यवसायी थे, जिन्होंने पावर प्लांट और मीडिया क्षेत्र में निवेश किया।
जगन का राजनीतिक करियर 2004 में कांग्रेस के लिए प्रचार से शुरू हुआ। 2009 में वे कडपा से लोकसभा सांसद चुने गए। उसी वर्ष पिता की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद उन्होंने 'ओदार्पु यात्रा' शुरू की, जिसमें राज्य भर में लोगों से मुलाकात कर सहानुभूति बटोरी।
कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद न मिलने पर उन्होंने 2010 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया और 2011 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की स्थापना की। 2014 चुनावों में YSRCP मुख्य विपक्षी दल बनी और जगन विधानसभा में विपक्ष के नेता बने।
इस दौरान वे अवैध संपत्ति मामले में CBI जांच और 16 महीने की जेल भी झेल चुके हैं। 2019 में YSRCP ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, जगन आंध्र प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री बने। उनके शासन में अम्मा वोडी, रैयतु भारोसा जैसी कल्याणकारी योजनाएं लोकप्रिय हुईं, जिनसे गरीबों, किसानों और महिलाओं को लाभ मिला।
हालांकि, 2024 के चुनाव में YSRCP की करारी हार हुई और वे पुलिवेंडुला से विधायक बनकर विपक्ष में हैं। वर्तमान में वे चंद्रबाबू नायडू सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं और पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं।
Published on:
28 Dec 2025 11:50 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
